सरल पेपर देख खिले विद्यार्थियों के चेहरे

बालोद। हिन्दी के पेपर के साथ 10वीं की परीक्षा तीन मार्च को शुरू हुई। जिसमें जिले में कुल विद्यार्थियों की दर्ज संख्या 12 हजार 623 है में 164 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। हिंदी के पेपर में व्याकरण से संबंधित प्रश्न अधिक पूछे गए थे। परीक्षा देकर निकले 10वीं के विद्यार्थियों ने बताया कि पेपर में व्याकरण से अधिक सवाल पूछे गए थे। जिसमें से शत-प्रतिशत प्रश्नों के उत्तर दे पाए। काफी विद्यार्थियों ने पेपर अच्छा बनने की बात कही।
परीक्षार्थी निर्धारित समय से करीब 15-20 मिनट पहले ही परीक्षा केंद्र पहुंच गए थे। हिन्दी माध्यम के बच्चों का हिन्दी विशिष्ट का पेपर हुआ, तो अंग्रेजी माध्यम के बच्चों का अंग्रेजी विशिष्ट का पेपर हुआ। निर्धारित समय पर परीक्षार्थियों को उत्तर पुस्तिका व प्रश्न पत्र बांटे गए। प्रश्न पत्र को देखकर विद्यार्थियों के चेहरे खिल उठे और खुशी-खुशी पेपर हल किए। पेपर में वैकल्पिक प्रश्न, पद्यांश, गद्यांश और कवि, लेखक का जीवन परिचय पूछा गया था। पेपर में व्याकरण खंड से अधिक प्रश्न पूछे गए थे। परीक्षा के दौरान नकल प्रकरण को रोकने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा आठ उड़नदस्ता दल का गठन किया है। उड़नदस्ता टीम ने सिर्फ नकल प्रकरण को ही नहीं, बल्कि केंद्र में प्रकाश, पेयजल व्यवस्था और विद्यार्थियों के बैठने के लिए पर्याप्त संख्या में टेबल कुर्सी की व्यवस्थाओं को देखा। उड़नदस्ता टीम को कोई नकल प्रकरण नहीं मिला।
सभी ब्लाकों में अनुपस्थित रहे परीक्षार्थी
जिले में परीक्षा के 105 केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें बालोद ब्लाक के 13 परीक्षा केंद्रों में 2249 परीक्षार्थी उपस्थित, 33 अनुपस्थित, गुरूर ब्लाक के 19 परीक्षा केंद्रों में 2227 परीक्षार्थी उपस्थित, 24 अनुपस्थित, डौंडी लोहारा ब्लॉक के 28 परीक्षा केंद्र में 3107 उपस्थित 28 अनुपस्थित, गुंडरदेही ब्लॉक के 25 परीक्षा केंद्र में 2905 उपस्थित 40 अनुपस्थित एवं डौंडी ब्लॉक के 20 परीक्षा केंद्र में 1971 उपस्थित एवं 39 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।

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