पेरिस । पाकिस्तान की तमाम तिकड़म और दुनिया की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश नाकाम साबित हुई है और वह फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स की ‘ग्रे लिस्ट’ में ही बना रहेगा। अगर वह आतंकवाद समेत 25 पॉइंट वाले ऐक्शन प्लान को पूरा नहीं करता है तो उसे ‘ब्लैक लिस्ट’ में डाल दिया जाएगा।
राजनयिक सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान जून 2020 तक ‘ग्रे लिस्ट’ में बना रहेगा। पेरिस में हुई फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स की बैठक में पाकिस्तान साफ शब्दों में चेताया गया है अगर वह 27 पॉइंट वाली योजना लागू करने में असफल रहा तो उसे काली सूची में डाल दिया जाएगा।
फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स की चिंताओं पर पाकिस्तान कार्रवाई करने में सफल नहीं रहा है, ऐसे में उसके लिए आने वाला समय काफी मुश्किलों भरा रहने वाला है। फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स ने अपने सदस्यों से पाकिस्तान के के तमाम कारोबारी रिश्ते और वित्तीय लेन-देन पर नजर रखने को कहा है। बता दें कि अक्टूबर 2019 में हुई बैठक में पाकिस्तान के लिए जिस भाषा का प्रयोग किया गया था वह फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स की ब्लैक लिस्ट में शामिल ईरान के जैसा ही था।