नई दिल्ली ।अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य रामनवमी यानी दो अप्रैल से शुरू होने की उम्मीद है। शिलान्यास के कार्यक्रम के दौरान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम का संदेश देश-दुनिया को देने के लिए कई विदेशी मेहमानों को भी निमंत्रण दिए जाने पर विचार विमर्श हो रहा है।
मंदिर निर्माण की प्रक्रिया के दौरान राम लला को कुछ समय के लिए हटाया जा सकता है। अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि संभवत: गर्भगृह निर्माण के दौरान ऐसी स्थिति आ सकती है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का हिंदुओं के लिए ईसाईयों के वेटिकन सिटी और मुसलमानों के मक्का की तरह ही महत्व है। ऐसे में भव्य मंदिर का निर्माण होगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट गठित करते समय निर्मोही अखाड़े की भावी भूमिका पर खूब मंथन हुआ। निर्मोही अखाड़ा मंदिर आंदोलन में सक्रिय होते हुए भी श्री राम जन्मभूमि न्यास का प्रतिद्वंद्वी था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश के कारण निर्मोही अखाड़े को ट्रस्ट में जगह देना अनिवार्य था। इसलिए ट्रस्ट में इस अखाड़े को जगह तो दी गई, मगर इसके सदस्य दिनेंद्र दास को मताधिकार नहीं दिया गया है।