भिलाई। शंकरा विद्यालय सेक्टर 10 के शिक्षक और स्टॉफ ने विद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं के खिलाफ आज से अनिश्चितकालीन कार्य का बहिष्कार कर अपने काम को बंद कर दिया है। शिक्षक व स्टॉफ ने समस्याओं का त्वरित निराकरण न होने पर अनिश्चितकालीन कार्य बंद करने की चेतावनी दी है। जिला प्रशासन व स्कूल प्रबंधन को पूर्व में सूचना देने के बावजूद इस आंदोलन को लेकर किसी के द्वारा पहल न करना स्कूली छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना बताया जाता है। स्कूल प्रबंधन ने या जिला प्रशासन ने इस संबंध में लिखित जानकारी होने के बावजूद स्कूल स्टॉफ से बात करना भी उचित नहीं समझा है।
उल्लेखनीय है, 8 सूत्रीय माँगों को लेकर शंकरा विद्यालय सेक्टर 10 के शिक्षक एवं कर्मचारियों ने आज सुबह से अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गये हैं। इस आंदोलन की वजह से बच्चों को स्कूल से छुट्टी दे दी गई। कर्मचारियों की माँग है कि, नियमानुसार पे-रिविजन सुनिश्चित किया जाये, जिन कर्मचारियों का तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है उन्हें स्थायीकरण प्रमाणपत्र दिया जाये। कर्मचारियों को ईएल/सीएएल, मेडिकल एवं अन्य सुविधायें उपलब्ध करायी जायें, कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों का हनन बंद किया जाये। सन् 2011 से 2020 तक आवक-जावक राशि का ब्यौरा दिया जाये। शंकरा विद्यालय की राशि का दुरूपयोग करने, भ्रष्टाचार में लिप्त आपराधिक प्रवृत्ति के पदाधिकारी/सदस्यगण व विद्यालय के अधिकारी पद की गरिमा का ध्यान रखते हुए तत्काल अपने पदों से इस्तीफा दें। विद्यालय प्रबंधन कर्मचारियों के साथ दो महीने में एक बैठक सुनिश्चित करें। स्कूल प्रबंधन की वर्तमान कमेटी में अनेक अनियमिततायें हैं उसे तत्काल दूर किया जाये। स्कूल स्टॉफ का कहना है कि, हमने अपनी समस्याओं को लेकर अनेकों बार स्कूल प्रबंधन से बात करना चाहा किन्तु स्कूल से निकालने की धमकी देकर हमें चुप करा दिया जाता हैै। हमने अपनी समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन को भी अवगत कराया है किन्तु आज तक हमें कहीं से भी न्याय नहीं मिला है। समस्याओं का समाधान न होने तक हमारी अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। सुबह से धरने पर बैठे स्कूल स्टॉफ के साथ प्रबंधन व जिला शिक्षा विभाग द्वारा चर्चा करने का कोई पहल नहीं की गई है।