रायपुर। प्रियांशु सांवरिया हत्याकांड से नाराज अग्रवाल समाज पुलिस अधीक्षक से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा और हत्या के आरोपी को सख्त सजा दिये जाने की मांग की। साथ ही शहर में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए पुलिस प्रशासन की सख्ती व चौकसी बढ़ाने पर भी चर्चा की। समग्र अग्रवाल समाज के लोगों ने अग्रवाल सभा रायपुर के नेतृत्व में आक्रोश रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा।
छत्तीसगढ़ प्रांतीय अग्रवाल संगठन के चेयरमैन डा.अशोक अग्रवाल ने बताया कि रायपुर शहर नशे की गिरफ्त में धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है, यदि इस पर अभी रोक नहीं लगी तो समझ कर चलिए कि किसी भी परिवार का किसी भी मोहल्ले में कोई सदस्य इसके गिरफ्त में आ सकता है। इसलिए सामूहिक पहल से पहले तो इस प्रकार की गतिविधियों को रोकने के लिए आगे आना होगा ताकि फिर कोई प्रियांश की हत्या न हो।
समता कॉलोनी निवासी 19 वर्षीय प्रियांशु सांवरिया के साथ भी यही हुआ, उनके परिजनों ने स्वीकार किया कि, उसने कभी बताया नहीं कि, उसे किसी का पैसा देना है, परंतु दुर्घटना होने के बाद उसके एक दोस्त ने बताया की अपराधियों से उसने 1500 उधारी लिया था, जिसके बदले में 2 दिन पहले ही 16 सौ रुपए लौटा दिया गया था, परंतु गुंडागर्दी करने वालों को यह कहां मंजूर था कि कोई बच्चा उनकी गिरफ्त से बाहर चले जाए इसलिए वे उससे 2000 की और डिमांड कर रहे थे, बच्चे को इस प्रकार दबाव में 2000 देना मंजूर नहीं था, उसके ना कर देने पर, उसे पहले तो धमकाया गया और कुछ घंटों बाद उसे कैची मारकर उसकी हत्या कर दी गई।
प्रियांशु की जगह हमारा कोई अपना भी इनके गिरफ्त में आ सकता है इसलिए हम सबको मिलजुल कर इस नशे के खिलाफ जोर शोर से आवाज उठानी पड़ेगी, जहां-जहां स्कूल कॉलेज या इस प्रकार के शैक्षणिक गतिविधियां संचालित हैं वहां, पान ठेला, रेस्त्रां, कैफे इत्यादि पर प्रशासन कड़ी निगाह रखें और अपराधिक तत्वों के जमावड़े पर रोक लगाए, कड़ाई से ही इसका निदान संभव है।
राजधानी का समग्र अग्रवाल समाज इस घटना से उद्वेलित है और प्रशासन को जगाने के लिए एक आक्रोश रैली के माध्यम से, ऐसे तत्वों के खिलाफ फास्टट्रैक में मुकदमा चलाए जाने की मांग के साथ, आज प्रात: 11 बजे अग्रवाल समाज के 400 -500 लोगों ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर अपना ज्ञापन सौंपा।इसमे प्रेम अग्रवाल, संजय पहलवान, राम, अमर बंसल, रितेश त्रिपाठी, सुरेश बरदाना, श्याम गोयल अभिषेक अग्रवाल, रमेश चौबे कालोनी,अरुण सदाराम, रमेश अंबिकापुर, सुबाश ममता, किरण विजय, कमल अग्र, अशोक स्वर्ण भूमि, मधुसुदन सांवारिया प्रमुख रूप से उपस्थित थे।