रायपुर। आबकारी विभाग के विशेष सचिव सह छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध संचालक अरुण पति त्रिपाठी और उनकी पत्नी मंजुला त्रिपाठी को डॉ सी.वी. रमन यूनिवर्सिटी बिलासपुर द्वारा पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है।
गौरतलब है कि अरुण पति त्रिपाठी को उनके द्वारा छत्तीसगढ़ के दूरसंचार सेवा उद्योग में ग्राहक प्रतिधारण से संबंधित विषय पर किए गये शोध पर पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है। यह पीएचडी डॉ. विवेक बाजपेयी, प्रोफेसर डॉ. सी.वी. रमन यूनिवर्सिटी बिलासपुर तथा डॉ. मनोज शर्मा, प्राचार्य, श्री शंकराचार्य इंस्ट्यूट ऑफ़ प्रोफेशनल स्टडीज़, रायपुर के सुपरविजन में पूरी की गई है। श्री त्रिपाठी के द्वारा छत्तीसगढ़ में दूरसंचार सेवाओं के प्रति ग्राहकों की धारणा, सार्वजनिक और निजी दूरसंचार सेवाओं के बीच ग्राहक की धारणा, दूरसंचार सेवाओं के प्रति ग्राहकों की संतुष्टि के कारक, सार्वजनिक और निजी दूरसंचार सेवाओं के बीच ग्राहकों की संतुष्टि, दूरसंचार सेवाओं के प्रति प्रतिधारण के कारक, सार्वजनिक और निजी दूरसंचार सेवाओं के बीच ग्राहक प्रतिधारण और दूरसंचार बाजार में कंपनियों को ग्राहकों को बनाए रखने के लिए सुझावात्मक उपाय सुझाएं गये हैं।
वहीं, शासकीय पॉलीटेक्निक दुर्ग की पूर्व वरिष्ठ व्याख्याता मंजुला त्रिपाठी को उनके द्वारा “Study Of Fixed-Point Theorems With Applications To Complex Valued B-Metric Spaces” विषय पर किए गये शोध पर डॉ सी.वी. रमन यूनिवर्सिटी बिलासपुर द्वारा पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है।
यह पीएचडी डॉ. आर.पी. दुबे कुलपति, डॉ. सी.वी. रमन यूनिवर्सिटी बिलासपुर तथा डॉ. ए.के. दुबे, एसोसियेट प्रोफेसर , श्री भिलाई इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, दुर्ग के सुपरविजन में पूरी की है। श्रीमती त्रिपाठी स्वर्गीय एस सी तिवारी, भूतपूर्व प्रोफेसर, शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय, रायपुर की पुत्री और अरुण पति त्रिपाठी और उनकी पत्नी हैं।