रायपुर। छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी फसलों के उत्पादन की असीम संभावनाओं को देखते हुए अब अधिक से अधिक किसान फलों, सब्जियों, फलों तथा अन्य बागवानी फसलों की खेती की ओर प्रेरित हो रहे हैं। राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत राज्य शासन की मंशा अनुरूप कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों के क्षेत्र विस्तार एवं उद्यानिकी फसलों के उत्पादन में वृद्धि तथा प्रदेश के कृषकों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के लिए संचालित इस योजना के अंतर्गत मुंगेली जिले के कृषकों के दो बैच 30 जनवरी से 1 फरवरी एवं 2 से 4 फरवरी तक आयोजित किये गए।
राज्य कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रशिक्षण संस्थान (समेती) लाभाण्डी, रायपुर में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में क्रमश: 40-40 कृषकों को उद्यानिकी फसलों से संबंधित उन्नत तकनीक से खेती (फल एवं सब्जी) समन्वित कीट प्रबंधन व बीमारियों की रोकथाम की जानकारी, बीज उत्पादन तकनीक, बहुवर्षीय सब्जियों की खेती, पुष्प उत्पादन तकनीक व संभावनाएं तथा कृषकों को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के टिश्यु कल्चर प्रयोगशाला, सेन्टर आफ एक्सीलेंस, संरक्षित खेती प्रक्षेत्र की भ्रमण व शासकीय बीज प्रगुणन प्रक्षेत्र बाना, रायपुर का भी भ्रमण कराया गया। उक्त विषयों में तकनीकी जानकारी इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों, कृषि विज्ञान केन्द्र के विषय वस्तु विशेषज्ञों व संस्थान के अधिकारियों द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण का समापन 4 फरवरी को कृषकों के अनुभवों व ज्ञान के आदान-प्रदान, पुर्नमूल्यांकन एवं प्रमाण पत्र वितरण के साथ किया जाएगा।