नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान के बाद वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संभावित भूमिका की चर्चा ने जोर पकड़ ली है। कमलनाथ ने कहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। उनके इस बयान के बाद बिहार के मुख्यमंत्री और भाजपा विरोधी पार्टियों को एकजुट करने में जुटे नीतीश कुमार ने भी इस पर कोई आपत्ति न होने की बात कही है। अब शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने खुले तौर पर राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा (India Jodo Yatra) की तारीफ की है। पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ (Samana) में प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि इस साल (2022) के अंत में हमलोगों को राहुल गांधी का ‘नया अवतार’ देखने को मिला है। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने ‘सामना’ में प्रकाशित अपने साप्ताहिक कॉलम ‘रोकठोक’ में राहुल गांधी के नेतृत्व और उनकी भारत जोड़ो यात्रा की तारीफ की है। राउत ने लिखा, भारत में जब संकीर्ण मानसिकता वाले लोग शासन कर रहे हैं, तब राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा के तहत कन्याकुमारी से दिल्ली तक 2800 किलोमीटर की यात्रा की है। उनकी यह यात्रा कश्मीर में समाप्त होगी। कम तापमान में भी राहुल गांधी ने टीशर्ट पहन रखी थी, जिसको लेकर पत्रकारों ने उनसे सवाल किया था। संजय राउत ने आगे लिखा, भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी के नेतृत्व को नई चमक मिली है। सत्तारूढ़ पार्टी उनकी यात्रा की तारीफ करने के बजाय किसी न किसी वजह से इसे रोकना चाहती है।
क्या बोले कमलनाथ और नीतीश ?
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक साक्षात्कार में कहा था कि राहुल गांधी वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष का चेहरा ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री पद का चेहरा भी होंगे। उनके बयान पर सीएम नीतीश ने कहा, यह उनका (कांग्रेस का) काम है कि वे सभी दलों से विचार- विमर्श के बाद कोई फैसला करें। फिलहाल वे (भारत जोड़ो) यात्रा में व्यस्त नजर आ रहे हैं। हम आगे के घटनाक्रम की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें राहुल गांधी की उम्मीदवारी से कोई दिक्कत नहीं है।