अयोध्या। अयोध्या में छह दिसंबर को विवादित ढांचा ध्वंस हुआ था। ऐसे में छह दिसंबर को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बहुत चाक चौबंद हो गई है। भले ही राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद से दोनों पक्षों की ओर से कोई भी विरोधाभासी आयोजन नहीं होता है। फिर भी पुलिस प्रशासन ने रामजन्मभूमि से लेकर पूरी अयोध्या में व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए हैं।
छह दिसंबर की सुरक्षा को जिले के सभी थाना क्षेत्रों में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। इसके अलावा रेलवे स्टेशन से लेकर बस अड्डे तक सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसएसपी ने सभी थानों को निरंतर सजग रहने के निर्देश दिए हैं। अयोध्या के प्रवेश द्वारों पर वाहनों की चेकिंग के साथ यात्री सामानों की जांच भी की जा रही है। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन व सार्वजनिक स्थानों के अलावा होटलों एवं धर्मशालाओं में भी डाग स्क्वायड व एंटी सेबोटाज टीम ने सघन चेकिंग किया। इस बीच खुफिया एजेंसियों के अधिकारी व कर्मचारी भी लगातार भ्रमणशील रहकर संदिग्धों की टोह ले रहे हैं।
नवागत एसएसपी मुनिराज जी ने आमजन में सुरक्षा का एहसास कराने के लिए कोतवाली अयोध्या क्षेत्र में पुलिस बल के साथ पैदल गश्त भी की। साथ ही आरजेबी परिसर का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था मे लगे अधिकारियों व कर्मचारियों को विशेष सावधानी की नसीहत दी। एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि हर ओर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। 2005 में हुआ था नाकाम हमला: अयोध्या में यों तो कभी कोई बड़ी आतंकी घटना नहीं हुई है, लेकिन इसे लेकर स्थानीय से केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क रहती हैं। क्योंकि पांच जुलाई 2005 को आतंकी संगठन लश्करे तैयबा के फिदाईन दस्ते ने हमला करने की असफल कोशिश की। इससे पहले छिटपुट घटनाएं भी होती रही।
राम मंदिर का 40 प्रतिशत से अधिक निर्माण पूरा: डा. अनिल-श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा. अनिल मिश्र का कहना है कि राम मंदिर का निर्माण द्रुतगति से चल रहा है। गर्भगृह से लेकर गूढ़ मंडप, नृत्य मंडप व रंगमंडप में राजस्थान से लाए गये तराशे पत्थरों का काम भी गति पकड़ चुका है और पिलर लगाने का काम भी शुरु हो चुका है। परिसर में यात्री सुविधाओं के विकास के लिए तीर्थ यात्री केंद्र के निर्माण की योजना पर भी मंथन हो रहा है। शीघ्र ही यात्री केंद्र का शिलान्यास भी किया जाएगा।