रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एनआरसी के नाम पर बंटवारे की बात को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि राहुल गांधी को विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए वादे पर कुछ बोलना था, उसके बजाय बंटवारे की बात कहकर चले गए। देश में आजादी पर बंटवारे को लेकर कौन जिम्मेदार है देश की जनता भलिभांति समझती है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा जैसे गुरू है वैसे ही चेले भी है, भ्रम फैलाकर राजनीति करना कांग्रेस की संस्कृति रही है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि राहुल गांधी को धान खरीदी और शराबबंदी के मुद्दे पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर सवाल-जवाब करना था, जबकि वह मौन थे।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि पूरे प्रदेश में धान खरीदी को लेकर जो आंदोलन की स्थिति बनी है, जिससे किसान नाराज है उनके आंदोलन को सरकार द्वारा दबाया जा रहा है। साथ ही प्रदेश में लोकतांत्रिक मूल्यों पर कुठाराघात किया जा रहा है। इस पर भी प्रदेश की जनता जवाब चाहती है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर जिस तरह से कांग्रेस ने गंगाजल लेकर सौगन्ध खाया था अब जब इस पर जवाब देने की बात आती है तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी मौन हो जाते हैं। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि राहुल गांधी कहते है कि वनवासियों के सामने विकट समस्याएं हैं इसके लिए तो कांग्रेस के नेतृत्व ही जिम्मेदार है जो देश की आजादी के बाद वनवासियों को वोट बैंक मानकर ही चलती रही है। लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में पहली बार वनवासी विकास मंत्रालय बनाया गया जिसकी जिम्मेदारी वनवासियों के सामाजिक, सांस्कृतिक व शैक्षणिक विकास की जिम्मदारी थी। इस दिशा में अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार बेहतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आदिवासी नृत्य उत्सव की आयोजन की सात्विकता यदि सामाजिक हो तो बेहतर होगा इसे राजनीति के प्रशंसा का मंच नहीं बनाना चाहिए।