जिले में उपार्जित धान के परिवहन की समस्या नहीं, 81 राइस मिलर्स द्वारा धान उठाव किया जा रहा

परिवहन में लगे 145 वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाकर रखी जा रही निगाह
धमतरी। खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 के तहत शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर जिले में स्थित 85 धान उपार्जन केन्द्रों में एक दिसम्बर से धान खरीदी प्रारम्भ हो गई है। इसी के साथ ही उपार्जित धान का उठाव भी शुरू हो गया है। कलेक्टर रजत बंसल के निर्देशन में जिले में अब तक एक लाख सात हजार मीट्रिक टन से अधिक धान का उपार्जन हो चुका है, जिसमें एक हजार 971 मेट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है तथा शेष का उठाव एवं परिवहन जारी है। उन्होंने बताया कि शेष एक लाख 5 हजार 113 मेट्रिक टन धान का उठाव के लिए 81 राइस मिलर्स से अनुबंध पूर्ण होने के उपरांत आज से परिवहन में तेजी आएगी।
जिला विपणन अधिकारी श्री देवांगन ने इस संबंध में बताया कि जिले में पंजीकृत एक लाख 5 हजार 496 कृषक पंजीकृत हैं, जिनके द्वारा 85 उपार्जन केन्द्रों में कॉमन धान 1815 रूपए प्रतिक्विंटल तथा ग्रेड-ए 1835 रूपए प्रतिक्विंटल के मान से धान बेचे जा रहे हैं। इन केन्द्रों में 12 हजार 8 सौ नए और 8 हजार 5 सौ पुराने बारदानों के गठान की आवश्यकता है, जिसके आधार पर 6 हजार 8 सौ नए बारदानों की गठान और 4 हजार 2 सौ पुराने बारदानों की गठान केन्द्रों में प्रदाय की जा चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में धान के उठाव के मामले में कहीं जाम की स्थिति निर्मित नहीं हुई है। आज के अनुबंध के उपरांत केन्द्रों में उपार्जित धान के उठाव में और भी तेजी आएगी। जिला विपणन अधिकारी ने यह भी बताया कि धान के परिवहन के लिए अनुबंधित 145 वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाए गए हैं, जिनके जरिए उपार्जन केन्द्र से निकलकर गंतव्य स्थल तक वाहनों की लोकेशन की सतत् जानकारी मिलती रहेगी। शेष वाहनों में भी जीपीएस सिस्टम स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिले के सभी उपार्जन केन्द्रों में धान की खरीदी और उठाव सुव्यवस्थित ढंग से जारी है तथा जिले के किसी भी केन्द्र में धान उठाव के मामले में जाम की स्थिति निर्मित नहीं हुई है।

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