नेशनल लोक अदालत, 948 प्रकरण में हुआ समझौता

दुर्ग 14 दिसम्बर 2019। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के मार्गदर्शन में जिला न्यायालय एवं तहसील न्यायालय में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया है ।
नेशनल लोक अदालत हेतु कुल 43 खण्डपीठ का गठन किया गया है। नेशनल लोक अदालत में 855 न्यायालयीन प्रकरण, निराकृत हुए। जिनमें से 554 दांडिक प्रकरण, 35 विद्युत के प्रकरण, क्लेम के 57 प्रकरण, 47 पारिवारिक मामले, 130 चेक अनादरण मामले, 23 अन्य सिविल मामले एवं श्रम न्यायालय दुर्ग के 3 प्रकरण, स्थायी लोक अदालत जनोपयोगी सेवा के 6 प्रकरण निराकरण किये गये। इसके अतिरिक्त विद्युत, बैंकिग एवं नगर निगम के कुल 93 प्री-लिटिगेशन पूर्व वाद प्रकरण लोक अदालत में निराकृत हुए।
15 साल से अलग रह रहे पति-पत्नि हुए एक साथ- निर्मल मिंज प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब खंडपीठ क्रमांक-1 में 15 साल से अलग रह रहे दंपति ने एक साथ रहने के लिए राजीखुशी राजीनामा किया। उनका विवाह 27 साल पहले हुआ था। पति ने साथ रहने के लिए परिवार न्यायालय में प्रकरण लगवाया था। पीठासी अधिकारी के द्वारा सौहादपूर्ण वातावरण में पति पत्नि को समझाईश दिये जाने पर दोनंों एक साथ अपना जीवन निभाने के लिए राजीखुशी से राजीनामा कर अपने घर को बसाया।
पत्नि ने लगाया भरण-पोषण और तलाक का प्रकरण लोक अदालत में पत्नि ने पति से किया राजीनामा हुए साथ रहने को तैयार। बस दुर्घटना से चोटग्रस्त पीडित को बीमा कंपनी देगी 10 लाख रूपयें का मुवाअजा। पति ने शराब पीकर पत्नि से किया गाली गलौच,मारपीट ससुर ने दर्ज कराया रिपोर्ट आज लोक अदालत में पति ने मांगा ससुराल पक्ष से माफी किया राजीनामा। खंडपीठ न्यायालयों में 50 से अधिक न्यायालयीन प्रकरणों का निराकरण हुआ। 5 वर्ष से अधिक समय से लंबित 07 प्रकरणों का निराकरण एक ही खंडपीठ पर हुआ।

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