नई दिल्ली। बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़ने के बाद नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू को मणिपुर में बड़ा झटका लगा है। जेडीयू के पांच विधायक शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए। इस बीच भाजपा ने नीतीश कुमार के 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के पीएम कैंडिडट बनने की अटकलों का मजाक उड़ाया है। अमित मालवीय ने उन्हें ‘लंगड़ा मुख्यमंत्री’ बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार बिहार के साथ-साथ दूसरे राज्यों में अपनी पार्टी को कमजोर होते हुए देख रहे हैं, लेकिन वे प्रधानमंत्री बनने का सपना देखते हैं।
नीतीश कुमार ने बिहार में एनडीए के साथ अपना गठबंधन तोड़ा और महागठबंधन की सरकार बनाई। उन्होंने बिहार में राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया। इसके बाद से उनकी पार्टी के नेताओं के द्वारा लगातार उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया जा रहा है, हालांकि उन्होंने अभी तक ऐसी किसी भी संभावनाओं को खारिज किया है।
मणिपुर में जेडीयू को बड़ा झटका
आपको बता दें कि भाजपा-जेडीयू के बीच चल रहे वाक युद्ध के बीच जॉयकिशन, एन सनाटे, मोहम्मद अचब उद्दीन, पूर्व डीजीपी एल एम खौटे और थंगजाम अरुणकुमार मणिपुर में भाजपा में शामिल हो गए। खौटे और अरुणकुमार ने पहले भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने की मांग की थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था। इसके बाद वे जेडीयू में शामिल हो गए थे।
नीतीश बनाम बीजेपी
महागठबंधन सरकार में बतौर मुख्यमंत्री वापसी करने वाले नीतीश कुमार उनकी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा को लेकार जारी अटकलों को टालते रहे हैं। हालांकि, बिहार जेडीयू के नेता संभावनाओं से बिल्कुल भी इनकार नहीं कर रहे हैं। शनिवार और रविवार को पार्टी के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले पटना में पार्टी मुख्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाया गया। पोस्टर पर लिखा है, ‘प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा’।