रायपुर। आकाशवाणी केन्द्र रायपुर से प्रसारित होने वाले मुख्यमंत्री की वार्ता ‘लोकवाणी’ कार्यक्रम को आरंग विकासखण्ड के ग्राम वनचरौदा में स्थित आदर्श गोठान में महिला स्व सहायता समूहों की महिलाओं ने आदिवासी विकास-हमारी आस’ वार्ता उत्साह के साथ सुना। समूह की महिलाओं ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज रेडियो वार्ता लोकवाणी के माध्यम से आम लोगों से सीधे बात के कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा को बचाने का आह्वान किया। यह बहुत ही सराहनीय कदम है। मुख्यमंत्री के इस प्रयास में प्रदेश की महिलाओं ंको भी भागीदार बनना चाहिए।
विजयलक्ष्मी स्व सहायता समूह बनचरौदा की सदस्य श्रीमती ममता चन्द्राकर ने प्रतिक्रिया देते कहा कि मुख्यमंत्री का लोकवाणी के जरिये जनता से सीधे वार्ता का कार्यक्रम बहुत ही अच्छा लगा। आज के अपने वार्ता में भूपेश बघेल ने नदी-नाला को सरंक्षित करने लोगों की सहभागिता पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने नदी और नाला की सुरक्षा को मां के सामान बताया यह बात मेरे दिल को छू गया। राजनांदगांव जिले से बनचरौदा प्रशिक्षण के लिए आई अन्नपूर्णा स्व सहायता समूह की सदस्य श्रीमती राजकुमारी व वीणा बढ़इ्र्र ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तेन्दुपत्ता पारिश्रमिक 2500 मानक बोरा से बढ़ाकर 4000 रूपए की है, यह खुशी की बात है। ज्यादातर महिलाएं ही तेन्दुपत्ता संग्रहण का काम करती है। इंससे वनांचल और दूरस्थ क्षेत्रों में तेन्दुपत्ता संग्रहण करने वाले परिवारो की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही हैं। लोकवाणी कार्यक्रम को बनचरौदा की महिलाओं के साथ ही प्रदेश के विभिन्न जिलों से प्रशिक्षण के लिए आई समूह की महिलाओं ने भी उत्साह के साथ सुना।