बीएसपी को बताया सेल के मुकुट का हीरा
भिलाई। सेल चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी ने महात्मा गाँधी कलामंदिर में भिलाई बिरादरी को सम्बोधित किया। इस अवसर पर सेल चेयरमैन र्चाधरी सहित बीएसपी के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता मंचस्थ थे।
इस मॉस कम्यूनिकेशन कार्यक्रम में संयंत्र के कार्मिक व अधिकारीगणों के साथ ही ऑफिसर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी तथा विभिन्न श्रम संघों के पदाधिकारीगण मौजूद थे। खचाखच भरे कलामंदिर में सेल चेयरमैन, अनिल कुमार चौधरी ने भिलाई बिरादरी को सम्बोधित करते हुए कम्पनी के विभिन्न मुद्दों को बेबाकी से लोगों के समक्ष रखा। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण व गम्भीर विषयों पर सारगर्भित चर्चा की।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सेल चेयरमैन, अनिल कुमार चौधरी ने कम्पनी के वित्तीय स्थिति को समझातेे हुए इस्पात बाजार के चुनौतियों से रूबरू कराते हुए कहा कि, आज प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए हमें लागत में कमी लाना होगा। हमारी प्रतिस्पर्धी कम्पनियों से उत्पादन व लागत के क्षेत्र में हम कहीं पीछे चल रहे हैं। बाजार का लाभ उठाने के लिए हमें अपने उत्पादन लागत को कम करने हेतु रणनीति बनाना होगा और मुझे विश्वास है कि भिलाई बिरादरी इसे करने में सफल होगी। भिलाई आज भी सेल के मुकुट का हीरा है।
उन्होंने भिलाई बिरादरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि, भिलाई हर चुनौती पर खरा उतरने का साहस रखता है। रेल निर्माण मात्र साइंस ही नहीं, यह एक आर्ट भी है, जिसमें भिलाई पारंगत है। आज हमने भारतीय रेलवे को जो रेल्स आपूर्ति का वादा किया है, उसे पूरा कर दिखाना है। हाल ही में रेल्स के रेट्स रिवाइज किए गए जिसके फलस्वरूप भिलाई के खाते में करोड़ों का अतिरिक्त लाभ जुड़ सका। आज हमारे पास रेल जैसे उत्पाद हैं। इसके उत्पादन को बढ़ाकर हम कम्पनी को बेहतर स्थिति में ला सकते हैं। इस हेतु आज हमने यूआरएम बिरादरी के साथ बैठकर रणनीति बनाई है। जिसपर हम शीघ्र ही अमल करने जा रहे हैं। उन्होंने आगामी वर्ष के रेल्स उत्पादन लक्ष्य का खुलासा करते हुए कहा कि वर्ष 2020-21 में हमें 16 लाख टन रेलपांतों का उत्पादन करना है। अत: हमें अपने प्रयासों को और तेज करना है।
उन्होंने उत्पादन के मुद्दे के साथ-साथ कई एचआर मुद्दों पर भी बेबाक चर्चा करते हुए कहा कि हमने अधिकारियों के वक्र्स व नॉन-वक्र्स एरिया में समान छुट्टी तथा अधिकारियों के सम्मानजनक पदनाम को बोर्ड से पास कराकर इसे लागू कराया है। वेज रिवीजन के मुद्दे पर बेबाक बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पास जैसे ही रिसोर्स आयेंगे हम सबसे पहले आपका वेज रिवीजन करेंगे। इसके लिए हमें कम्पनी को लाभ में लाना होगा।
इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि आज सेल के पास इस्पात उद्योग का सबसे बड़ा रिसर्च व डेवलपमेंट सेंटर है हमें इस संगठन का पूरा लाभ लेना चाहिए। इसके माध्यम से ही हम अपने टेक्नो-इकोनॉमिक्स पैरामीटर को सुधार कर कास्ट रिडक्शन में सफल हो सकते हैं। मुझे विश्वास है कि भिलाई बिरादरी आने वाले समय में और अधिक बेहतर प्रदर्शन करेगी। इसके अतिरिक्त उन्होंने सुरक्षा संवर्धन में तकनीकी प्रयोग को बढ़ावा देने तथा रिपेयर व मेंटेनेंस पर ध्यान देने और क्रय प्रक्रिया को सरलीकृत करने की जरूरत बताई। अपने सम्पूर्ण उद्बोधन में चौधरी ने भिलाई बिदादरी को अभिपे्ररित किया।
चेयरमैन चौधरी के उद्बोधन के पश्चात् संयंत्र बिरादरी से चर्चा प्रारंभ किया गया। उपस्थित दर्शकों ने कम्पनी से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर प्रश्न पूछा, जिसका चौधरी ने बड़ी तत्परता व सार्थकता के साथ निराकरण किया।
इस मॉस कम्यूनिकेशन कार्यक्रम में संयंत्र के कार्यपालक निदेशक पी.के.दाश, एस खैरूल बसर, मानस बिस्वास, निदेशक प्रभारी डॉ एस के इस्सर, कार्यपालक निदेशक राकेश, ए के भट्टा, एस के दुबे, बी पी सिंह, चेयरमैन सचिवालय के मुख्य महाप्रबंधक अमरेन्दु प्रकाश सहित संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधकों, महाप्रबंधकों एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।