भोपाल
राज्यपाल मंगुभाई पटेल की गरिमामय उपस्थिति में प्रदेश में गणतंत्र दिवस समारोह का समापन सोमवार को “बीटिंग द रिट्रीट 2024’’ के साथ हो गया। इस रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन मोतीलाल नेहरू स्टेडियम भोपाल में किया गया था। पुलिस और आर्मी ब्रास बैंड के वादकों की संगीतमय प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। सुर-ताल के साथ कदम से कदम मिलाते मार्चपास्ट और राष्ट्रभक्ति पूर्ण गीतों की रोमांचक धुनों ने कार्यक्रम को गुंजायमान कर दिया। समारोह स्थल देशभक्ति, भारतीय शास्त्रीय संगीत, भारतीय राग और पाश्चात्य संगीत के समिश्रण से बनी मीठी धुनों की बारिश से सराबोर हो गया। सम्पूर्ण समारोह स्थल की समापन बेला में जमीन से लेकर आसमान तक सतरंगी रोशनी और बहुरंगी आतिशबाजी के सुहाने रंग बिखर गये।
पुलिस ब्रास बैंड कॉन्सर्ट से हुआ कार्यक्रम का शुभारम्भ
राज्यपाल मंगुभाई पटेल के आगमन पर सर्वप्रथम पुलिस ब्रास बैंड ने धुन बजाकर उनका स्वागत किया। उनकी अनुमति के बाद पुलिस ब्रास बैंड कॉन्सर्ट शुरू हुआ। कॉन्सर्ट में पुलिस ब्रास बैंड द्वारा सुनील कटारे के नेतृत्व में “वंदेमातरम” गीत से शुरू हुए संगीत के सफर में “ये शाम मस्तानी”, “तेरी मिट्टी”, “ऐ दिल है मुश्किल”, “मेरे घर राम आए हैं”, “लहरा दो”, एल्बम यूरोप की धुन “द फाइनल काउंटडाउन”, “छूकर मेरे मन को”, “ऐ मेरे वतन के लोगों” और “चले जैसे हवाएं” गीतों की धुनें शामिल होती गईं। “जय हो” गीत की धुन के साथ कॉन्सर्ट अपने परवान पर पहुँचा।
बैंड की धुनों पर हुआ मार्चपास्ट
कार्यक्रम के उत्तरार्ध में पुलिस और सेना के ब्रास बैंड द्वारा एंट्री की धुन पर फेनफेयर, एस्ट्रोनॉट की धुन पर क्विक मार्च और फेनफेयर के डिसप्ले की संयुक्त बैंड प्रस्तुति दी। आर्मी ब्रास बैंड ने आर्मी स्टार की धुन पर एंट्री मार्च किया। हेथरॉय की धुन पर स्लोमार्च की प्रस्तुतियों के बाद “ओ देश मेरे” की धुन पर डिसप्ले का प्रदर्शन किया और “कदम से कदम बढ़ाए जा” की धुन पर एक्जिट मार्च किया। पुलिस ब्रास बैंड ने जनरल निर्मल, ताकत वतन की और जनरल टेप्पी की धुनों पर क्विक मार्च किया। सिपीयो की धुन पर स्लो मार्च की प्रस्तुति दी। डिसप्ले में “मां तुझे सलाम“ और “हिन्दुस्तान मेरी जान” गानों की धुनों को प्रस्तुत किया। डिसप्ले की आखिरी प्रस्तुति के रूप में “जहां डाल-डाल पर” गीत की धुनों को प्रस्तुत किया। समारोह के अंत में पुलिस और सेना बैंड ने “जल पक्षी” की धुन पर स्लो मार्च और “दिल दिया है जान भी देंगे” के गीतों पर डिसप्ले की संयुक्त प्रस्तुति दी। रिट्रीट के समापन की उद्घोषणा के रूप में ड्रम रोल की प्रस्तुति हुई। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्र ध्वज का अवरोहण किया गया। अवरोहण उपरांत राष्ट्रीय ध्वज का संवहन महिला पुलिस अधिकारियों की टुकड़ी द्वारा किया गया। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय ध्वज के संवहन के लिए पहली बार प्रदेश में महिला अधिकारियों की टुकड़ी को नियोजित किया गया था।
सिर्फ दिल्ली और भोपाल में होता है बीटिंग द रिट्रीट
उल्लेखनीय है कि “बीटिंग द रिट्रीट’’ सैन्य और अर्द्ध सैन्य बलों की प्राचीन परंपरा है। युद्ध के बाद जब सैन्य टुकड़ियां वापस अपने बैरकों में आती थीं तो युद्ध उपरांत बल के तनाव को कम करने एवं मनोरंजन के लिए बैंड वादन का कार्यक्रम रखा जाता था। भारत में इस कार्यक्रम को गणतंत्र दिवस समारोह का अंतिम सोपान माना जाता है। देश की राजधानी दिल्ली के अलावा केवल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में ही “बीटिंग द रिट्रीट” समारोह का आयोजन किया जाता है।
“बीटिंग द रिट्रीट” समारोह में मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, महानिदेशक पुलिस सुधीर सक्सेना, मध्यप्रदेश पुलिस के अधिकारी, जवान, उनके परिजन और बड़ी संख्या में नागरिक गण उपस्थित थे।