भोपाल
मध्यप्रदेश के उमरिया जिले युवकों को पिटवाने वाले एसडीएम को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सस्पेंड कर दिया है. सीएम ने कहा कि बांधवगढ़ एसडीएम द्वारा दो युवकों से मारपीट की घटना दुर्भाग्यपूर्ण हैं. एसडीएम को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं. मध्यप्रदेश में सुशासन की सरकार है. प्रदेश में आमजन से इस तरह का अमानवीय व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ में एसडीएम की गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। आरोप है कि एसडीएम इस बात से गुस्सा हो गए थे कि दो युवकों ने उनके वाहन को ओवर टेक कर दिया था। एसडीएम ने दोनों युवकों को खुद भी पीटा और अपने ड्राइवर और अन्य लोगों से भी पिटवाया। इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है।
पुलिस के मुताबिक दोनों युवकों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। वे दोनों भी भर्ती हैं। घायल युवक ने बताया कि मेरी गलती सिर्फ इतनी थी कि वे अपने काम से जा रहे थे और देरी हो रही थी। इसलिए तेज वाहन चला रहा था। इसी वजह से एसडीएम की गाड़ी को मैंने ओवरटेक कर दिया। इसके बाद एसडीएम ने खुद मेरी पिटाई की और अपने ड्राइवर और अन्य लोगों से भी मुझे पिटवा दिया।
सीएम ने दिए एसडीएम को हटाने के निर्देश
एफआईआर होते ही मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एसडीएम को हटाने के निर्देश दे दिए हैं। इधर, एसपी निवेदिता नायडू ने बताया कि एफआईआर एसडीएम अमित सिंह के अलावा तहसीलदार विनोद कुमार, एसडीएम के वाह नचालक नरेंद्र दास पनिका और तहसीलदार के सहयोगी संदीप सिंह के खिलाफ हुई है।
यह पूरा मामला एसडीएम बांधवगढ़ अमित सिंह से जुड़ा है। इस मामले में एसडीएम अमित सिंह की सफाई आई है। उन्होंने कहा है कि मैंने युवकों को नहीं पटा, बल्कि जब उनकी पिटाई हो रही थी तो मैंने बीच-बचाव किया था। एसडीएम का कहना है कि दोनों युवक नशे में थे। वो तेज रफ्तार से वाहन चला रहे थे। उन्होंने मेरी गाड़ी को ओवरटेक किया और जब हमने उनकी गाड़ी रुकवाई तो वे लोग हमारे साथ झग़ने लगे। दोनों युवकों ने जब मुझ पर हाथ उठाया तो मेरे साथ के लोगों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। फिर भी मैं उनका बचाव ही कर रहा था। मैं बस उन्हें यही समझा रहा था कि युवकों को पुलिस के हवाले कर देते हैं।
इस मामले में पुलिस ने एसडीएम सहित चार लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गलती किसकी है। युवकों को पीटने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है।
पीड़ित युवक का कहना है।
मारपीट की घटना के बाद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती घायल युवक ने बताया कि मेरी गलती सिर्फ इतनी थी कि मैं अपने काम में जा रहा था मुझे लेट हो रहा था इसलिए मैं तेज गाड़ी चला रहा था। इसकी वजह से एसडीएम साहब की गाड़ी को मैंने ओवरटेक कर दिया। इसके बाद एसडीएम ने खुद मेरी पिटाई की और अपने ड्राइवर तथा अन्य लोगों से भी मुझे पिटवाया।
एसडीएम साहब का कहना है।
इस पूरे मामले को लेकर एसडीएम बांधवगढ़ अमित सिंह ने मीडिया को बताया है कि मैं बीच बचाव कर रहा था। दरअसल पूरा मामला यह है कि दोनों युवक नशे में थे और तहसीलदार को कट मारकर भाग रहे थे इसके बाद झगड़ा करने लगे। जब उन्होंने हमारे साथ मारपीट की तब बीच बचाव में जो लोग मेरे साथ थे वो लोग भी उन्हें मारने लगे उस दौरान मैं मारपीट नहीं बीच बचाव कर रहा था।