नोएडा
आखिर वह घड़ी आ ही गई, जिसका दुनियाभर के रामभक्त 500 सालों से इंतजार कर रहे थे। सोमवार को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त में अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई। राममंदिर के दोबारा अस्तित्व में आने से देश और दुनिया में खुशी की लहर है। सिर्फ अयोध्या में नहीं बल्कि हर वह स्थान 'जय श्री राम' के नारों से गूंज उठा जहां रामभक्त मौजूद थे।
राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के वक्त देश ठहर सा गया। दिल्ली-एनसीआर की दौड़ती-भागती जिंदगी भी कुछ पलों के लिए शांत हो गई। लोग या तो मंदिरों में पूजा-पाठ करते रहे या फिर घर में टीवी के सामने बैठकर प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी बने। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद जैसे शहरों में लॉकडाउन सा नजारा दिखा। सड़कें सुनसान थी तो रेलवे स्टेशन पर भी खामोशी दिखी। बस स्टैंड भी खाली था। जो कुछ लोग घर से बाहर थे वे भी मोबाइल पर लाइव प्रसारण देखते रहे।
मंदिरों में पूजा-पाठ, जश्न में भक्त
पूरे देश की तरह दिल्ली-एनसीआर के भी सभी छोटे-बड़े मंदिरों में विशेष पूजा पाठ का आयोजन किया गया। कहीं रामायण कहीं सुंदरकांड और कहीं हनुमान चालीसा का पाठ होता रहा। मंदिरों में बड़े स्क्रीन का इंतजाम किया गया था। बहुत से लोग अपने घरों में रहकर टीवी के सामने बैठकर ऐतिहासिक पल का साक्षी बने। दिल्ली-नोएडा और गाजियाबाद के कई सिनेमाघरों में भी लाइव प्रसारण बड़े पर्दे पर दिखाने का इंतजाम किया गया था।