उन्नाव। देश में लड़कियों और महिलाओं पर हो रहा अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हैदराबाद में कुछ दिन पहले एक वेटेरियन डॉक्टर का गैंगरेप कर उसे जला दिया गया। तब से देश भर में रेप और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की कई खबरें सामने आयीं। गुरुवार की सुबह एक और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। उन्नाव में रेप पीड़िता को आरोपियों ने मिट्टी का तेल डालकर जला दिया।
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के गौरा मोड़ के पास गुरुवार की तड़के सुबह एक गैंगरेप पीड़िता अपने मुकदमे की तारीख पर रायबरेली के लिए ट्रेन पकड़ने जा रही थी। इस बीच गैंगरेप के दो आरोपियों ने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर पीड़िता पर हमला कर दिया। उन्होंने पहले पीड़िता पर लाठी, डंडे व चाकू से हमाला किया और फिर उस पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। पीड़िता के चीखने चिल्लाने पर आसपास के लोगों मौके पर पहुंचे तो सभी आरोपी भाग निकले। पीड़िता को गंभीर हालत जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे कानपुर भेजा गया। लेकिन फिर भी रेप पीड़िता का हालत और नाजुक होने की वजह से उसे लखनऊ रेफर किया गया है।
रेप पीड़िता को गंभीर अवस्था में लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया। बर्न यूनिट में पीड़िता का इलाज चला रहा है। अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि पीड़िता 90 प्रतिशत तक आग में झुलसी है। हालत बेहद नाजुक है।
सुमेरपुर अस्पताल में एसडीएम दयाशंकर पाठक को दिए बयान में पीड़िता ने बताया कि आरोपी पक्ष की ओर से मुकदमा वापस लेने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। उसने मुकदमा वापस नहीं लिया तो हमलावरों ने जान से मारने की कोशिश की। घटना के तत्काल बाद पीड़िता के बयान के आधार पर सभी पांचों आरोपियों के पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी मुख्य आरोपी हैं जिन पर अगवा कर गैंगरेप का आरोप है। दोनों आरोपित जमानत पर छूटे थे। इनके अलावा पुलिस ने मुख्य आरोपियों की मदद करने वाले उमेश बाजपाई, हरिशंकर त्रिवेदी और राम किशोर त्रिवेदी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि उन्नाव के हिंदूनगर भाटनखेडा गांव के रहने वाले शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने 12 दिसंबर 2018 को इलाके की एक युवती को अगवा करके रायबरेली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र में गैंगरेप किया था। जिसका मुकदमा रायबरेली जिले के थाना लालगंज में पंजीकृत है और रायबरेली कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है। गुरुवार की भोर में करीब 4 बजे पीड़िता रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकडने बैसवारा स्टेशन के लिए निकली थी।