अहलावत सऊदी ओपन में संयुक्त 22वें स्थान पर
रियाद
वीर अहलावत ने पहले दौर में एक अंडर 70 का कार्ड खेला, जिससे वह 10 लाख डॉलर इनामी सऊदी ओपन गोल्फ टूर्नामेंट के पहले दौर के बाद संयुक्त 22वें स्थान पर हैं जो भारतीयों में सर्वश्रेष्ठ है।
भारत के ही एस चिक्कारंगप्पा और युवराज संधू ने इवन पार 71 का कार्ड खेला और यह दोनों संयुक्त 32वें स्थान पर हैं। थाईलैंड के चैपचाई नीरत सात अंडर 64 का स्कोर बनाकर पहले दौर के बाद बढ़त पर हैं।
भारत के अन्य खिलाड़ियों में अजितेश संधू दो ओवर 73 का कार्ड खेलकर हनी बैसोया और करणदीप कोचर के साथ संयुक्त 60वें स्थान पर हैं। राशिद खान और गगनजीत भुल्लर ने निराशाजनक शुरुआत की। वे पांच ओवर 76 के स्कोर के साथ संयुक्त 94वें स्थान पर हैं और उन पर कट से चूकने का खतरा मंडरा रहा है।
स्पेन के खिलाफ कांस्य पदक मैच में पूरा दमखम दिखाना होगा भारतीय टीम को
कुआलालंपुर
अब तक मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रही भारतीय टीम को अगर जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप आज शनिवार को होने वाले कांस्य पदक के मैच में मजबूत स्पेन को हराना है तो उसे जल्द से जल्द अपने खेल में सुधार करना होगा।
भारत ने जर्मनी के खिलाफ सेमीफाइनल में 12 पेनल्टी कॉर्नर गंवाए जिससे इस मैच में उसे 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। इस पराजय से भारतीय टीम का मनोबल गिरा होगा, लेकिन अगर उसे पोडियम (शीर्ष तीन में शामिल) पर पहुंचना है तो स्पेन के खिलाफ अवसरों को भुनाना होगा। पूल चरण के मैच में स्पेन ने भारत को 4-1 से हराया था।
स्पेन की टीम भी दूसरे सेमीफाइनल में फ्रांस के हाथों 1-3 से हार के कारण आहत होगी लेकिन वह कांस्य पदक जीतने के लिए किसी तरह की कसर नहीं छोड़ेगी।
भारतीय टीम भी इस प्रतियोगिता में चौथी बार पोडियम पर पहुंचने की कोशिश करेगी। उसने इस टूर्नामेंट में दो बार (होबार्ट में 2001 और लखनऊ में 2016) स्वर्ण पदक और 1997 में इंग्लैंड के मिल्टन केंस में रजत पदक जीता था।
लेकिन उत्तम सिंह की अगुवाई वाली टीम को अगर इस सूची में शामिल होना है तो उसे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
भारत के लिए यह प्रतियोगिता मिश्रित सफलता वाली रही है। उसने क्वार्टर फाइनल में विश्व की नंबर चार टीम नीदरलैंड को 4-3 से हराया था लेकिन छह बार के चैंपियन जर्मनी के खिलाफ उसके खिलाड़ी यह लय बरकरार नहीं रख पाए।
भारतीय कप्तान उत्तम ने स्वीकार किया कि उन्होंने कई मौके गंवाए लेकिन साथ ही कहा कि उनके पास अब भी पोडियम पर पहुंचने का मौका है और वह इसके लिए अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
उत्तम ने कहा,''हमें काफी मौके मिले लेकिन हम उनका फायदा नहीं उठा पाए। हमने पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलने की कोशिश की लेकिन ऐसा करने में नाकाम रहे। हमें गेंद पर नियंत्रण बनाए रखने की जरूरत है।''
उन्होंने कहा,''हम अभी टूर्नामेंट से बाहर नहीं हुए हैं और हमें कांस्य पदक का मैच खेलना है। जो कुछ भी हुआ उसे हम नहीं बदल सकते हैं। हमारा पूरा ध्यान अब अगले मैच पर है।''
जहां तक स्पेन की बात है तो उसकी टीम अभी तक इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह नहीं बना पाई है। उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2005 में रहा था जब उसकी टीम ने कांस्य पदक जीता था।
भारत और स्पेन ने पुरुष जूनियर विश्व कप में अभी तक एक दूसरे के खिलाफ आठ मैच खेले हैं। इनमें से स्पेन ने पांच मैच में जीत दर्ज की है।
इस बीच 2021 में भुवनेश्वर में उप विजेता रही जर्मनी की टीम फाइनल में फ्रांस का सामना करेगी। फ्रांस ने पिछली बार कांस्य पदक जीता था।
प्रियंका गोस्वामी को ऑस्ट्रेलिया में अभ्यास करने की अनुमति मिली
नई दिल्ली
खेल मंत्रालय के मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) ने पैदल चाल की एथलीट प्रियंका गोस्वामी के ऑस्ट्रेलिया में कोच ब्रेंट वालेस की निगरानी में अभ्यास करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी प्रियंका ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा के निकट स्थित प्रशिक्षण केंद्र में अभ्यास करेगी। उनको मिलने वाली वित्तीय सहायता में हवाई किराया, भोजन-आवास की लागत, खेल विज्ञान सहायता के लिए व्यय, कोचिंग शुल्क सहित अन्य खर्च शामिल होंगे।
एमओसी ने इसके अलावा लक्ष्य ओलंपिक पोडियम कार्यक्रम (टॉप्स) के विकास ग्रुप में शामिल ग्रीको रोमन पहलवान आशु (67 किग्रा), सूरज (55 किग्रा) और रोनित शर्मा (48 किग्रा) के कजाकिस्तान के अल्माटी में अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में अभ्यास करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी।
सरकार इन तीनों पहलवान, उनके कोच, फिजियोथैरेपिस्ट और सहयोगी के सभी खर्च उठाएगी।
निशानेबाज भवनेश मेंदीरत्ता के विदेशी कोच डेनियल डि स्पिग्नो के साथ एक सप्ताह के प्रशिक्षण शिविर के लिए वित्तीय सहायता के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई है।
एमओसी ने निशानेबाज रमिता को निशानेबाजी की किट खरीदने और तीरंदाज यशदीप भोगे को तीरंदाजी उपकरण खरीदने के लिए वित्तीय सहायता के प्रस्तावों को भी मंजूरी दी।
इसके अलावा पैरा एथलीट प्रणव सूरमा के खेल उपकरण खरीदने के लिए वित्तीय सहायता, इटली में डब्ल्यूटीटी फीडर बायला में भाग लेने के लिए टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा के लिए वित्तीय सहायता और बैडमिंटन खिलाड़ियों किदांबी श्रीकांत और एचएस प्रणय के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं के दौरान सहयोगी स्टाफ रखने के लिए वित्तीय सहायता को भी मंजूरी दी गई।