नई दिल्ली। शेयर बाजार में सूचीबद्धता के बाद पेटीएम के शेयरों में लगातार गिरावट जारी है। विशेषज्ञों का कहना है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक को लेकर आरबीआई के फैसले का सोमवार को शेयर बाजार में पेटीएम के शेयरों पर दबाव दिख सकता है और उसमें और गिरावट की आशंका है। विशेषज्ञों का कहना है कि पेटीएम ने अपने कारोबार में काफी विविधता लाई है और उसके वॉलेट की पहुंच बड़ी संख्या में छोटे दुकानदारों के साथ आम उपभोक्ताओं तक है। साथ ही म्यूचुअल फंड, शेयर बाजार और अन्य विकल्पों में भी निवेश का विकल्प दे रही है। लेकिन मौजूदा वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों में पेटीएम की मजबूत बुनियाद भी काम नहीं आ रही है और उसके शेयर भाव लगातार घट रहे हैं।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक के मौजूदा ग्राहकों पर असर नहीं
पेटीएम पेमेंट बैंक पर नए ग्राहकों को जोड़ने से रोकने के फैसला का मौजूगा ग्राहकों पर कोई असर नहीं होगा। रिजर्व बैंक के इस फैसले में पेटीएम पेमेंट्स बैंक के कामकाज, मौजूदा ग्राहकों के लेनदेन और खातों को लेकर कोई निर्देश या सलाह नहीं दी गई है। इस स्थिति में अगर आप पेटीएम पेमेंट्स बैंक के मौजूदा ग्राहक हैं तो आप पर इन निर्देशों का कोई असर नहीं होगा, क्योंकि आपका पैसा, लेनदेन या मौजूदा वॉलेट नए निर्देशों के दायरे में नहीं आता है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगा था
दरअसल आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच के दौरान ऐसी बातें पाई है जो जिसे लेकर पर्यवेक्षकों ने चिंता जाहिर की है। इसी को ध्यान में रखते हुए नए ग्राहक जोड़ने पर रोक लगाई गई है। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर 2021 में आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था। आरबीआई ने उस समय कहा था कि पेटीएम पेमेंट बैंक ने आरबीआई को फाइनल सर्टिफिकेट ऑफ ऑथराइजेशन (सीओए ) के लिए एक आवेदन भेजा था, जिसकी जांच करने पर पाया गया कि उसने जो जानकारियां दी थीं, वह कंपनी की सही स्थिति को नहीं दर्शाती हैं। उल्लेखनीय है कि इसके पहले देश के सबसे बड़े निजी बैंकों में से एक एचडीएफसी बैंक पर भी पाबंदी लगाई थी और उसे नया क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोक दिया था। एचडीएफसी बैंक के मामले में भी आईटी और सॉफ्टवेयर को लेकर चिंता जताई गई थी। पिछले साल भी आरबीआई ने एचडीएफसी बैंक को आईटी को लेकर सख्त चेतावनी दी थी।