हक मांँगने पर ठेकेदार छीन लेते है गेट पास – लखविंदर सिंह

छटनी गैरकानूनी, हिन्द मजदूर सभा करेगी मजदूरों को जागरूक
भिलाईनगर। भिलाई इस्पात संयंत्र में कम होते नियमित कर्मचारियों के बीच ठेका कर्मचारियों का शोषण भी लगातार बढ़ता जा रहा है जहाँं कंपनी कॉस्ट कटौती के नाम पर अधिक से अधिक काम ठेके पर करवा रही है वहीं ठेकेदार इस अवसर का फायदा उठाकर ठेका कर्मचारियों को उनके कानूनी अधिकार से वंचित कर रहे हैं।
हिंद मजदूर सभा की बीएसपी सेल ठेका कर्मचारी यूनियन ने भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका मजदूरों की बदहाली और शोषण के विरुद्ध नए संघर्ष का आगाज करते हुए प्रबंधन एवं शासन से मांँग की है कि, ठेका श्रमिकों के शोषण को हर स्तर पर रोकने के लिए कठोर कार्यवाही करें। बीएसपी सेल ठेका कर्मचारी यूनियन के महासचिव लखविंदर सिंह ने कहा कि, बिना वित्तीय लाभ ठेका कर्मचारियों की छंटनी एक गैरकानूनी कृत्य है। किसी कर्मचारी को काम से निकालने के पूर्व छटनी नियमों के तहत उसे समस्त आर्थिक लाभ दिए जाने के लिए कानूनी प्रावधान है इसके उल्लंघन पर गंभीर सजा के प्रावधान भी है।
महासचिव लखविन्दर सिंह ने बताया कि, प्रोजेक्ट की एक कम्पनी द्वारा 15 कर्मियों को बिना पूर्व सूचना और भुगतान किए काम से निकाल दिया था। यूनियन ने महाप्रबन्धक प्रोजेक्ट्स और यूनियन पर दबाव बनाते हुए 3 महीने के वेतन के साथ साथ सभी वित्तीय लाभ का भुगतान भी करवाया था।
बीएसपी ठेका कर्मचारी यूनियन ने श्रम मंत्रालय और शासन को पत्र लिख ठेका मजदूरों के लिए ग्रेजुएटी की पात्रता सीमा 5 साल से घटाकर 3 साल करने की मांँग की है वर्तमान समय में संविदा पर अधिकतम 3 साल की नियुक्ति की जा रही है इस तरह 5 साल से कम कार्य अवधि के समस्त कर्मचारी पूरी वफादारी से कंपनी का कार्य करने के बावजूद ग्रेजुइटी जैसी सुविधा से वंचित रह जा रहे हैं। इसी तरह छटनी के पूर्व सभी कर्मियों के वित्तीय भुगतान के लिए भी प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए ।
भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत ठेका मजदूरों को 20 कार्य दिवस के बाद हासिल होने वाली एक छुट्टी का लाभ भी नहीं मिल रहा है ज्ञात हो कि कर्मचारी द्वारा लगातार 20 दिन कार्य करने पर कर्मचारी को एक छुट्टी की पात्रता होती है इस कार्यदिवसों में साप्ताहिक अवकाश की गणना सम्मलित नहीं होती लेकिन पूरे भिलाई में किसी भी ठेका कर्मी को आज तक अवकाश की छुट्टी का प्रावधान नहीं हासिल हो पाया है बल्कि कर्मचारी को 1 दिन में 12 घंटे तक बिना वित्तीय लाभ या क्षतिपूर्ति अवकाश के कार्य कराया जा रहा है।
भिलाई इस्पात संयंत्र में ठेका कर्मचारी अपनी जायज हक की माँंग भी ठेकेदार द्वारा गेट पास छीन लेने जैसी घटनाओं के चलते नहीं करते हैं लखविंदर सिंह ने बताया कि यूनियन के पास शिकायत आने पर प्रभावित कर्मचारियों को पूर्व में भी न्याय दिलाया गया है हिंद मजदूर सभा कर्मियों के शोषण के विरुद्ध लगातार आवाज उठाती रहेगी।

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