मां-बेटी समेत 3 का चाकू से गला रेता, मां की दर्दनाक मौत…शादी में गया था परिवार

बिलाड़ा
लूट के इरादे से घर में घुसे दो बदमाशों ने मां-बेटी समेत 3 का चाकू से गला रेत दिया। हमले में महिला की मौत हो गई और दो बच्चियों की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना जोधपुर के बिलाड़ा इलाके के लांबा गांव में शनिवार रात 10.30 बजे की है। वारदात के समय परिवार के लोग शादी में गए थे। बदमाशों के जाने के बाद घायल बच्ची ने अपने दादा को कॉल कर घटना की जानकारी दी। ग्रामीण एसपी धर्मेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि लांबा निवासी महेंद्र का परिवार घर से 500 मीटर दूर गांव में ही शादी में गया था।

घर पर उसकी पत्नी अंजलि उर्फ अंजू (27), एक साल की बेटी काविया उर्फ काव्या और भतीजी कुसुम उर्फ खुशी (12) थी। रात साढ़े दस बजे पड़ोस के दो युवक लूट के इरादे से घर में घुसे। कमरे में सामान खंगाल रहे थे, तभी अंजू की नींद खुल गई। उसने ई-मित्र संचालक अनिल (20) और साहिल खान (19) को पहचान लिया। अंजू चिल्लाने लगी तो पोल खुलने के डर से दोनों ने अंजू का गला काट दिया। आवाज होने पर अंजलि की भतीजी जाग गई। बदमाशों ने उसकी भी चाकू से वार कर हत्या कर दी। कुसुम छत पर चढ़कर बचाने के लिए आवाज लगाने लगी तो आरोपी छत से उसे भी पकड़ लाए और चाकू से गले पर वार किए। अंजू की 1 साल की बेटी पर भी चाकू हमला किया। इसके बाद बदमाश फरार हो गए। पुलिस ने बच्ची के बताए अनुसार बदमाशों की तलाश शुरू की। पुलिस ने सुबह 4.30 बजे साहिल के घर दबिश दी, जहां अनिल भी छिपा हुआ था। पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि घटना के समय महिला जाग गई और उसने उन्हें पहचान लिया, इसलिए पकड़े जाने के डर निक से हत्या कर दी।
 
ऐसे हुआ खुलासा
आरोपियों के जाने के बाद कुसुम ने दादा चैनाराम को कॉल किया और बताया कि ई-मित्र संचालक अनिल और साहिल ने चाची, काविया और मेरे ऊपर चाकू से हमला कर दिया है। चैनाराम परिजन के साथ मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। तीनों को लेकर बिलाड़ा के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने अंजू को मृत घोषित कर दिया। दोनों बच्चियों को भर्ती कर लिया। रविवार सुबह दोनों बच्चियों को जोधपुर रेफर कर दिया। सूचना पर रात साढ़े बारह बजे पुलिस और एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए।

शादी में चली जाती तो नहीं होता मर्डर
महिला अंजू का पति महेंद्र ड्राइवर है और ट्रक चलाता है। शादी में शामिल होने के लिए सास ने अंजू को भी साथ चलने के लिए बोला था, लेकिन उसने यह कहकर मना कर दिया था कि उसकी बेटी एक साल की है। सर्दी का मौसम है इसलिए आप चली जाइए। अंजू की सास घर के बाहर गेट पर ताला लगाकर शादी में चली गई। घर में बहू अकेली नहीं रहे, इसके लिए कुसुम को भी चाची के पास सुला दिया था।

पहले की थी रेकी
बदमाशों ने वारदात से पहले रेकी की थी। आरोपी अनिल ने शाम को अंजू की सास शम्मू देवी को कॉल कर पेंशन चालू करने के लिए डॉक्यूमेंट मांगे थे। शम्मू ने कहा कि वह शादी में आई हुई है। युवक को यकीन हो गया कि घर में कोई नहीं है। इसलिए लूट करना आसान रहेगा और किसी को पता नहीं चलेगा।