इस वर्ष निजी कर्मचारियों के वेतन में 9.1 फीसदी की बढ़ोतरी के आसार

नई दिल्ली। निजी कंपनियों (Private Sector Employees) में नौकरी करने वाले कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। कर्मचारियों की सैलरी में बंपर उछाल देखने को मिल सकता है। एक सर्वे के मुताबिक 2022 में भारत में कर्मचारियों के वेतन में औसतन 9.1 फीसदी की बढ़ोतरी की जा सकती है। यह जानकारी ‘वर्कफोर्स एंड इंक्रीमेंट ट्रेंड्स सर्वे 2022’ में सामने आई है, जिसे Deloitte Touche Tohmatsu India ने कराया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डेलॉइट टौच तोहमात्सु इंडिया एलएलपी (Deloitte Touche Tohmatsu India LLP- DTTILLP) द्वारा 2022 के वर्कफोर्स और इंक्रीमेंट्स ट्रेंड्स ने सर्वे किया गया है, जिसमें सामने आया है कि भारत में निजी कंपनियों में 2022 में औसतन 9.1 फीसदी की दर से वेतन वृद्धि हो सकती है। यह 2021 में हुए 8 फीसदी की वेतन वृद्धि से अधिक होगी।
डेलॉइट टौच तोहमात्सु इंडिया एलएलपी के सर्वे के अनुसार, 2022 में लगभग 450 संगठनों ने भाग लिया है, ऐसे में 2022 में 34 फीसदी संस्थाओं की कर्मचारियों को डबल डिजिट में इंक्रीमेंट देने की योजना है, इससे पहले साल 2021 में सिर्फ 20 फीसदी संस्थानों वेतन वृद्धि किया था। साल 2020 में सिर्फ 12 फीसदी संस्थानों ने ऐसा किया था। जूनियर मैनेजमेंट के कर्मचारियों को 2022 में औसतन दो अंकों की वेतन वृद्धि प्राप्त होने की उम्मीद है।
मीडिया की मानें 2021 में औसत सैलरी ग्रोथ 8 फीसदी रही थी, इसके तहत 2021 में 92 फीसदी और 2020 में केवल 60 फीसदी कंपनियों द्वारा ही वेतन वृद्धि की गई थी, ऐसे 2022 में सभी कंपनियां अपने स्किल्ड कर्मचारियों को अपने पास बनाए रखने के विचार से सैलरी में बढ़ोतरी की योजना बना रही है। वर्कफोर्स और वेतन वृद्धि रुझान सर्वेक्षण से पता चलता है कि 2022 में अनुमानित वेतन वृद्धि 2019 में प्री कोविड-19 (COVID-19) वेतन वृद्धि से 50 बेसिस प्वाइंट से अधिक रहने वाला है।
किसको कितना मिलेगा फायदा
सर्वे में सामने आया है कि 2022 में सबसे अधिक इंक्रीमेंट लाइफ साइंसेज और IT सेक्टर की कंपनियों के एम्प्लाईज को मिल सकता है। इसके बाद फिनटेक, आईटी-प्रोडक्ट कंपनी और डिजिटल/ई-कॉमर्स ऑर्गनाइजेशन में भी डबल डिजिट में इंक्रीमेंट होने के आसार है।वही करीब 92 फीसदी कंपनियां व्यक्तिगत परफॉर्मेंस को आधार बनाकर सभी कर्मचारियों को अलग-अलग इंक्रीमेंट दे सकती है। टॉप परफॉर्मर कर्मचारी को औसत परफॉर्मर वाले कर्मचारी से 1.7 गुना अधिक इंक्रीमेंट दिया जा सकता है।वही सीनियर/मिडिल लेवल कर्मचारियों को मिलने वाला इंक्रीमेंट का प्रतिशत जूनियर कर्मचारियों के इंक्रीमेंट से कम होगा।

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