रूस। बुधवार को जब खारकीव से भारतीयों को तुरंत निकलने की एडवायजरी जारी हुई उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को फोन कर बात की। उन्होंने यूक्रेन में फंसे लोगों को निकालने के लिए मदद मांगी, जिसके बाद पुतिन ने खारकीव में हमले रुकवा दिए। बुधवार रात 9.30 बजे के बाद से करीब छह घंटे तक खारकीव में हमले नहीं हुए, जिससे भारतीयों को वहां से निकलने में काफी मदद मिली।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने में मदद के लिए कल भारत सरकार ने रूस से बात की थी। चंद घंटों बाद इसका असर सामने आया। बुधवार रात खारकीव में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए रूस ने करीब छह घंटे तक हमले रोक दिए। दरअसल, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कल भारतीयों को तुरंत खारकीव छोड़ने की सलाह दी थी। एक एडवायजरी में यह जानकारी दी गई थी। इसके बाद रूस से कूटनीतिक वार्ता के जरिये हमले रुकवाने में भारत को मदद मिली। इसे पीएम मोदी और भारत सरकार की बड़ी कूटनीतिक कामयाबी माना जा रहा है।
युद्धग्रस्त क्षेत्र से युद्धस्तर पर निकाले जा रहे भारतीय
24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। इसके बाद से भारतीयों को निकालने का अभियान काफी तेज हुआ है। सरकार ने युद्ध से पहले अपने लोगों को निकालने के लिए यूक्रेन और भारत के बीच उड़ानों पर लगे प्रतिबंध हटा दिए थे, लेकिन हमले के बाद यूक्रेन ने एयरस्पेस बंद कर दिया, इस वजह से भारतीयों को पड़ोसी देशों की सीमाओं तक पहुंचना पड़ रहा है। बुधवार को जब खारकीव से भारतीयों को तुरंत निकलने की एडवायजरी जारी हुई उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को फोन कर बात की। उन्होंने यूक्रेन में फंसे लोगों को निकालने के लिए मदद मांगी, जिसके बाद पुतिन ने खारकीव में हमले रुकवा दिए। बुधवार रात 9.30 बजे के बाद से करीब छह घंटे तक खारकीव में हमले नहीं हुए, जिससे भारतीयों को वहां से निकलने में काफी मदद मिली।
ट्विटर पर हो रही मोदी सरकार की कूटनीति की तारीफ
गुरुवार को पीएम मोदी के इस कदम की तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया यूजरों ने इससे संबंधित तमाम पोस्ट शेयर की हैं। सिक्योरिटी एनालिस्ट नितिन गोखले ने ट्वीट कर कहा कि खारकीव में चौतरफा हमले करने से पहले रूस ने बीती रात सभी भारतीयों को वहां से निकलने के लिए छह घंटे जंग रोक दी। एक अन्य यूजर ने लिखा – जब से जंग शुरू हुई है, अमेरिका या चीन अपने नागरिकों को निकालने में असहाय नजर आ रहे हैं। यह भारत की ताकत है जो अपने छात्रों को निकालने के लिए छह घंटे तक रूसी हमले रुकवा दिए। अन्य लोगों ने कहा कि ‘भारत आज खारकीव में छह घंटे जंग रुकवाने में कामयाब हो गया। भारतीय लोकतंत्र की ताकत तो देखिए।
अमेरिका ने खड़े कर दिए थे हाथ
गौरतलब है कि युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए एक एडवायजरी जारी की थी। इसमें उसने साफ शब्दों में कहा था कि वह युद्धग्रस्त क्षेत्र से अमेरिकी नागरिकों को निकालने में सक्षम नहीं है। ऐसी स्थिति में उसने अपने नागरिकों को यूक्रेन के पश्चिमी सीमाओं पर पहुंचने को कहा था। अमेरिका ही नहीं, ब्रिटेन और चीन जैसे देशों ने भी रूस के हमलों के बीच यूक्रेन से अपने नागरिकों को निकालने में हाथ खड़े कर दिए थे। ऐसे में पीएम मोदी ने छह घंटे हमले रुकवाकर बड़ी ताकत दिखाई है।