भोपाल। रिश्वतखोर अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ लोकायुक्त का एक्शन जारी है। पिछले दिनों जबलपुर लोकायुक्त, ग्वालियर लोकायुक्त द्वारा रंगे हाथ रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारी गिरफ्तार किये जाने के बाद भोपाल लोकायुक्त ने बड़ा एक्शन लिया है। भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने नेशनल हेल्थ मिशन कार्यालय में पदस्थ दो कर्मचारियों को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार नीमच में पदस्थ लैब टेक्नीशियन शेख हारून को पिछले दिनों विभाग ने बर्खास्त कर दिया था। बर्खास्त लैब टेक्नीशियन ने नौकरी बहाली के लिए भोपाल NHM ऑफिस में संपर्क किया। वहां उसकी मुलाकात ऑफिस असिस्टेंट किरण सिंह और क्लर्क नितिन पाल से हुई। दोनों कर्मचारियों ने लैब टेक्नीशियन को नौकरी से बहाली दिलाया।
दोनों कर्मचारियों ने बर्खास्त लैब टेक्नीशियन से 1 लाख रुपये रिश्वत की मांग की जिसे उसने स्वीकार कर लिया और धीरे धीरे रिश्वत देने की बात कही। रिश्वत मांगे जाने की शिकायत शेख हारून ने भोपाल लोकायुक्त (Bhopal Lokayukta) से की। आज शनिवार को जैसे ही शेख हारून रिश्वत की पहली किश्त 10 हजार रुपये देने NHM ऑफिस गया और उसने रुपये दिए लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) ने दोनों कर्मचारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
राजधानी में राष्ट्रीय हेल्थ मिशन में कार्यालय में रिश्वतखोर कर्मचारियों के पकडे जाने के बाद हड़कंप मच गया। दूसरे कर्मचारी भी दहशत में आ गए। लोकायुक्त ने दोनों कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रिश्वतखोर दोनों कर्मचारी आउटसोर्स कर्मचारी बताये जा रहे हैं।