नई दिल्ली। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए इंडिगो एयरलाइन बुडापेस्ट तक दो उड़ानों का संचालन करेगी। एक अधिकारी ने बताया कि विमान सोमवार और मंगलवार को दिल्ली से रवाना होंगे। पहले ये उड़ानें इस्तांबुल तक जाएंगी और उसके बाद हंगरी के बुडापेस्ट पहुंचेंगी। वापसी में ये विमान इस्तांबुल से होते हुए दिल्ली आएंगे। यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष तेज होने के साथ ही भारत की सरकार यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को वापस ला रही है। अभी नागरिकों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया बचाव उड़ानों का संचालन कर रही है।
वहीं, एअर इंडिया की तीन और उड़ानों से यूक्रेन में फंसे 688 भारतीय नागरिकों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के रास्ते रविवार को वापस लाया गया। इस बीच, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि लगभग 13,000 भारतीय अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं और सरकार उन्हें जल्द से जल्द वापस लाने का प्रयास कर रही है।
रूस के आक्रमण के बाद शनिवार से अब तक यूक्रेन से कुल 907 नागरिकों को भारत वापस लाया गया है। ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत बुखारेस्ट से 219 लोगों को लेकर रवाना हुआ पहला विमान शनिवार को मुंबई में उतरा था। अधिकारियों ने कहा कि दूसरी उड़ान (एआई1942) 250 भारतीय नागरिकों को लेकर बुखारेस्ट से रवाना हुई और रविवार रात लगभग 2.45 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी। वहीं, बुखारेस्ट से 240 लोगों को लेकर चली तीसरी निकासी उड़ान रविवार को सुबह 9.20 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी। इसके बाद बुखारेस्ट से टाटा समूह द्वारा संचालित एक अन्य कंपनी की उड़ान 198 भारतीय नागरिकों को लेकर शाम 5.35 बजे दिल्ली पहुंची। प्रवक्ता ने कहा कि विमानन कंपनी रविवार को बुखारेस्ट तथा बुडापेस्ट में दो और विमान भेजने की योजना बना रही है ताकि वे पांचवीं और छठी निकासी उड़ानें संचालित कर सकें।
इससे पहले सुबह नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया ने यूक्रेन से लौटे भारतीयों को गुलाब का फूल देकर हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। वापस लौटे लोगों से सिंधिया ने कहा, ”मैं जानता हूं कि आप सभी बहुत, बहुत कठिन दौर से गुजरे हैं, बहुत कठिन समय रहा। लेकिन यह जान लीजिए कि प्रधानमंत्री हर कदम पर आपके साथ हैं, भारत सरकार हर कदम पर आपके साथ है और 130 करोड़ भारतीय हर कदम पर आपके साथ हैं।”
यूक्रेन के अधिकारियों ने 24 फरवरी की सुबह यात्री विमानों के परिचालन के लिए अपने देश का हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था, इसलिए भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए ये उड़ानें बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से परिचालित की जा रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया और यूक्रेन-हंगरी सीमा पर पहुंचे थे, उन्हें भारत सरकार के अधिकारियों की मदद से सड़क मार्ग से क्रमश: बुखारेस्ट और बुडापेस्ट ले जाया गया ताकि उन्हें एअर इंडिया की उड़ान के जरिए स्वदेश लाया जा सके।
सिंधिया ने यहां पहुंचे यात्रियों को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के संपर्क में हैं तथा सभी की सुरक्षित वापसी के लिए बातचीत चल रही है। उन्होंने बताया कि रूस की सरकार के साथ भी बातचीत चल रही है और भारत सरकार तभी चैन की सांस लेगी जब यूक्रेन से प्रत्येक भारतीय वापस आ जाएगा। मंत्री ने कहा, ”इसलिए कृपया यह संदेश अपने सभी मित्रों तथा सहकर्मियों तक पहुंचाएं कि हम उनके साथ हैं और हम उन्हें सुरक्षित वापस लाने की गारंटी देंगे।” सिंधिया ने कहा, ”मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आपका स्वागत करता हूं। मैं एअर इंडिया की टीम को भी बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने आप सभी को वापस लाने के लिए इतना प्रयास किया।”
उन्होंने बताया कि सरकार यूक्रेन में फंसे नागरिकों को लाने के लिए कोई शुल्क नहीं वसूल रही है। सिंधिया ने हवाईअड्डे पर पत्रकारों को बताया कि यूक्रेन में अभी तकरीबन 13,000 भारतीय फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा, ”आप जानते हैं कि वहां (यूक्रेन में) बहुत संवेदनशील स्थिति है। इस स्थिति में हम दूरसंचार के माध्यम से छात्रों समेत प्रत्येक भारतीय नागरिक से बात कर रहे हैं। हम जल्द से जल्द उन्हें वापस लाएंगे।”
एअर इंडिया ने ट्विटर पर हवाईअड्डे पर लौटे भारतीयों का स्वागत करते हुए सिंधिया की तस्वीरें साझा कीं। एअरलाइन ने कहा, ”विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 27 फरवरी तड़के एआई1942 से बुखारेस्ट से दिल्ली वापस लाए गए भारतीय नागरिकों का स्वागत कर रहे हैं, यह उड़ान युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए संचालित की गयी।”