कीव। रूस की सेना तेजी से यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला कर रही है। यह हमले का पांचवां दिन है। यूक्रेन की सेना डटकर रूस का सामना कर रही है लेकिन बताया जा रहा है कि उसके लिए यह बेहद मुश्किल दिन है। यूक्रेन की मदद के लिए यूरोपीय संघ ने हथियार भेजना का फैसला किया। वहीं यूक्रेन के मुद्दे को लेकर ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई गई। 15 सदस्यों में से 11 ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में इसको लेकर चर्चा कराने का समर्थन किया है। वहीं यूक्रेन का दावा है कि उसने 4300 से ज्यादा रूसी सैनिकों को मार गिराया है और 200 से ज्यादा को युद्धबंदी बनाया गया है। रूस-यूक्रेन युद्ध की पल-पल की जानकारी के लिए लाइव हिन्दुस्तान के साथ बनें रहें।
रेडियोऐक्टिव कचरे पर गिरे रूसी मिसाइल
संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने कहा है कि यूक्रेन में रूस की तरफ जो मिसाइल हमले हुए उसमें से कई मिसाइल न्यूक्लियर कचरे पर गिरे हैं। यह भी कहा गया है कि इनमें से कहीं रेडियोऐक्टिव रिसाव नहीं शुरू हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा की वोटिंग में भारत ने खुद को किया अलग
रूस औऱ यूक्रेन के बीच युद्ध और लगातार बिगड़ती स्थिति को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने एक आपातकाल बैठक बुलाई। इस बैठक में भारत ने रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत के जरिए हल निकालने की बात का समर्थन किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस मामले पर चर्चा को लेकर प्रस्ताव पेश किया गया जिसमें 15 सदस्यों में से 11 ने इसके समर्थन में वोट किया। वहीं भारत ने वोटिंग से खुद को अलग कर लिया। भारत के अलावा चीन और यूएई ने भी वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया, वहीं रूस ने इस प्रस्ताव के विरोध में वोट किया। बता दें कि 1950 के बाद यह 11वीं इस तरह की आपातकाल बैठक बुलाई गई है।