वेदांता की इकाई ने तांबे के कारोबार के लिए सऊदी अरब में नई इकाई की स्थापित
नई दिल्ली
वेदांता की इकाई माल्को एनर्जी लिमिटेड ने 1,00,000 सऊदी रियाल (22.19 लाख रुपये) के निवेश से तांबे के कारोबार के लिए सऊदी अरब में एक नई इकाई स्थापित की है।
धातु एवं खनन दिग्गज कंपनी वेदांता ने बीएसई को दी जानकारी में कहा, ‘‘कंपनी के पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी माल्को एनर्जी लिमिटेड ने ‘वेदांता कॉपर इंटरनेशनल वीसीआई कंपनी लिमिटेड’ के नाम से एक नई पूर्ण स्वामित्व वाली अनुंषगी कंपनी निगतिम की है।’’
कंपनी के अनुसार, वेदांता कॉपर इंटरनेशनल वीसीआई कंपनी लिमिटेड को नए भौगोलिक क्षेत्रों में वृद्धि के अवसर तलाशने के लिए स्थापित किया गया है।
प्रत्यक्ष निवेश भी सही है : एनएसई के सीईओ
मुंबई
एनएसई के मुख्य कार्यकारी एवं प्रबंध निदेशक आशीष कुमार चौहान ने कहा कि बाजार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ रही है और समूह एक मजबूत ताकत बन गया है। चौहान ने साथ ही कहा, ‘‘प्रत्यक्ष निवेश भी सही है।’’
हालांकि, एनएसई प्रमुख ने तुरंत यह जानकारी भी दी कि वह अपनी व्यक्तिगत संपत्ति केवल म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, प्रत्यक्ष इक्विटी भागीदारी में नहीं।
अधिक जोखिम वाले वायदा एवं विकल्प खंड में खुदरा निवेशकों की भूमिका पर बढ़ती चिंताओं के बीच चौहान ने एक डाटा पेश किया जिसके अनुसार अक्टूबर में बाजार में कुल कारोबार ‘प्रीमियम’ का केवल 0.3 प्रतिशत एक लाख रुपये से कम था।
उन्होंने कहा कि कोई भी राय बनाने से पहले आंकडों को देखने की जरूरत है, न कि मान्यताओं से प्रेरित होने की। उन्होंने कहा कि खुदरा निवेशकों के पास अब 60 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है, जो बाजार में सभी निवेशकों की कुल संपत्ति का करीब पांचवां हिस्सा है।
चौहान ने कहा कि समूह अब एक ‘‘बड़ी ताकत’’ बन गया है। इसने 2023 में 28 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया, जो कि बड़े निवेशकों के कुछ अन्य समूहों की तुलना में काफी अधिक है।
वर्तमान में एनएसई में पंजीकृत निवेशक भारत के 99.85 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र से आते हैं। वर्तमान में केवल 33 पिनकोड को बाहर रखा गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि शेष को भी जल्द ही इसमें शामिल किया जाएगा।
यूको बैंक ने कुछ खातों में गलती से जमा की गई 79 प्रतिशत राशि की वसूली की
नई दिल्ली
यूको बैंक ने तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) के जरिए बैंक के कुछ खातों में गलती से जमा की गई 649 करोड़ रुपये या 79 प्रतिशत राशि को वापस हासिल कर लिया है।
यूको बैंक ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि विभिन्न सक्रिय कदम उठाकर बैंक ने प्राप्तकर्ताओं के खातों पर रोक लगा दी और 820 करोड़ रुपये में से 649 करोड़ रुपये वापस हासिल करने सक्षम रहा। यह कुल राशि का करीब 79 प्रतिशत है।
बैंक ने 171 करोड़ रुपये की शेष राशि की वसूली के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। आवश्यक कार्रवाई के लिए मामले की सूचना कानून प्रवर्तन एजेंसियों को भी दे दी गई है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह तकनीकी खराबी मानवीय त्रुटि के कारण हुई या ‘हैकिंग’ के प्रयास के कारण। गौरतलब है कि आईएमपीएस मंच का संचालन नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा किया जाता है।