कलेक्टर ने ली राजनीतिक दलों की बैठक

स्थानीय निर्वाचन कार्यक्रमों की जानकारी से अवगत कराया
दुर्ग। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अंकित आनंद ने पुलिस अधीक्षक अजय यादव के साथ राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने स्थानीय निर्वाचन के संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम की जानकारी दी। कलेक्टर ने राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों को बताया कि, भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों को राज्य निर्वाचन आयोग अक्षरश: पालन व अनुसरण किया है। स्थानीय निर्वाचन नगरीय निकाय के संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। नगरीय निकाय निर्वाचन की अधीसूचना जारी होने से जिन नगरीय निकाय वार्डों में निर्वाचन होना है, वहांँ आदर्श आचार संहिता लागू है। बताया गया कि, निर्वाचन व्यय की सीमा निर्धारित किया गया है। इसके अनुसार जिन नगर निगम की जनसंख्या 3 लाख से कम है, वहांँ के पार्षद का चुनाव लड़ रहे अभ्यर्थी के लिए निर्वाचन व्यय की सीमा 3 लाख रूपए निर्धारित किया गया है। नगर पालिका परिषद के लिए 1 लाख 50 हजार रूपए व नगर पंचायत के लिए 50 हजार रूपए व्यय की सीमा निर्धारित किया गया है।
अभ्यर्थी ऑनलाईन माध्यम से भी नामांकन कर सकता है। ऑनलाईन प्रक्रिया में सभी निर्धारित दस्तावेजों को स्कैन कर संलग्न करना होगा। नगर निगम के लिए अमानत राशि 5 हजार रूपए, नगर पालिका परिषद के लिए 3 हजार रूपए एवं नगर पंचायत के लिए 1 हजार रूपए शुल्क निर्धारित है। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थि के लिए 50 प्रतिशत छूट रहेगा। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी को नामांकन के दरमियान अथवा नामांकन की अंतिम तिथि के पूर्व जाति प्रमाण पत्र संलग्न करना होगा। ऑनलाईन प्रक्रिया में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को निर्धारित तिथि तक वास्तविक कॉपी की प्रति आरओ को उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा।
सभी अभ्यर्थियों को व्यय लेखा का संधारण अपने नए बैंक एकाउंट से करना होगा। निर्वाचन लड़ रहे अभ्यर्थियों को प्रचार प्रसार के लिए अपने क्षेत्रों में जुलूस, रैली, आमसभा की अनुमति एक दिन पूर्व संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी से लेना आवश्यक होगा। साथ ही किसी भी प्रकार के पाम्पलेट, पोस्टर के प्रकाशन के लिए मीडिया प्रमाणन एवं अनुविक्षण समिति से निर्धारित प्रारूप में 24 घंटे पूर्व अनुमति लेना होगा। जिस वार्ड में या अभ्यर्थी विशेष के पक्ष में प्रचार प्रसार के लिए बाहर से स्टार प्रचारक बुलाए जाते हैं, तो प्रचार प्रसार की राशि संबंधित के खाते में जोड़ा जाएगा। अभ्यर्थी को प्रतिदिन व्यय लेखा संधारित करना होगा। मतदान तिथि के एक दिन पूर्व प्रचार प्रसार बंद होगा। मतदान तिथि के 1 दिन पहले मध्य रात्रि 12 बजे के पूर्व ही प्रचार प्रसार किया जा सकेगा।

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