मिसटारगेटेड रॉकेट गाजा के अस्पताल पर गिरा, 500 मौतें, UAE, रूस ने बुलाई UN की इमरजेंसी मीटिंग

गाजा

इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. इसमें अबतक दोनों ओर के 4500 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायल के साथ एकजुटता दिखाने के लिए आज तेल अवीव पहुंच रहे हैं. इस बीच मंगलवार देर रात हमास ने दावा किया कि इजरायली सेना ने गाजा के एक अस्पताल पर हमला कर दिया, जिसमें अबतक 500 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं हमास के दावे पर इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भी जवाब दिया है.  

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन ने कहा कि पूरी दुनिया को पता होना चाहिए कि गाजा में जो बर्बर हमला हुआ है, उसे आतंकवादियों ने अंजाम दिया है, न कि इजरायली सेना ने. जिन लोगों ने हमारे बच्चों की बेरहमी से हत्या की, वे अपने बच्चों की भी हत्या करते हैं.  

अस्पताल पर हमले को लेकर IDF का बयान 

इससे पहले आईडीएफ ने जानकारी देते हुए बताया था कि अस्पताल पर हमले के लिए इस्लामिक जिहाद जिम्मेदार है. IDF ने कहा, दुश्मन की ओर से इजरायल पर कई रॉकेट लॉन्च किए गए थे, जिसमें से एक असफल रॉकेट ने गाजा के इस अस्पताल को अपना निशाना बनाया. हमारे पास मौजूद कई खुफिया जानकारी के अनुसार, अस्पताल में हुए इस रॉकेट अटैक के लिए इस्लामिक जिहाद आतंकवादी संगठन जिम्मेदार है.  

यह हवाई हमला मध्य गाजा के अल अहली अस्पताल पर हुआ है. इसे गाजा पट्टी का आखिरी क्रिश्चियन हॉस्पिटल बताया जा रहा है. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया था कि मंगलवार रात इजरायली सेना ने अल अहली अरबी बापटिस्ट अस्पताल पर एयर स्ट्राइक की. इस अस्पताल में बड़ी संख्या में घायल और अन्य फिलिस्तीनी शरण लिए हुए थे.  

UAE, रूस ने बुलाई UN की इमरजेंसी मीटिंग

टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, UAE और रूस ने इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी बैठक बुलाई है. यह बैठक गाजा में अस्पताल पर हुए हमले के बाद बुलाई गई है, जिसमें 500 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं. 

सऊदी अरब, यूएई, बहरीन, मिस्र, जॉर्डन और तुर्की ने गाजा के अस्पताल पर हमले के लिए इजरायल पर आरोप लगाया है, जिसमें सैकड़ों फिलिस्तीनी मारे गए हैं. बहरीन ने इस हमले के बाद तत्काल सीजफायर की अपील की है.  

हिजबुल्लाह ने गाजा में अस्पताल पर हमले को बताया नरसंहार

लेबनान के हिजबुल्लाह ने गाजा पट्टी के अस्पताल में विस्फोट की निंदा करने के लिए ‘क्रोध दिवस’ की अपील की है. हिजबुल्लाह ने इसे नरसंहार बताते हुए इजरायल को दोषी ठहराया है. हिजबुल्लाह ने हमले को “नरसंहार” और “क्रूर अपराध” बताते हुए कहा, “बुधवार, दुश्मन के खिलाफ गुस्से का दिन हो.” 

अस्पताल पर हमले की WHO ने की निंदा 

गाजा पट्टी के अल अहली अरब अस्पताल पर इजरायल के हमले की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी निंदा की है. WHO ने बयान जारी कर कहा कि अस्पताल में मरीजों का इलाज चल रहा था. वहां मरीजों की देखभाल करने वाले और कई विस्थापित लोगों ने आश्रय लिया था, शुरुआती रिपोर्टों में सैकड़ों मौतों की जानकारी है.  

WHO के मुताबिक, यह अस्पताल गाजा पट्टी के उत्तर में स्थित 20 अस्पतालों में से एक था, जो इजरायली सेना के निकासी आदेशों का सामना कर रहा है. असुरक्षा, कई मरीजों की गंभीर हालत और विस्थापित लोगों के लिए एम्बुलेंस, बेड क्षमता और रहने की व्यवस्था की कमी को देखते हुए निकासी के आदेश को लागू करना असंभव है.  

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मांग की है कि इजरायली सेना को लोगों को नॉर्थ गाजा खाली करने का आदेश वापस लेना चाहिए. उसे अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना चाहिए. जिसके मुताबिक, अस्पतालों को संरक्षित किया जाना चाहिए और उन्हें टारगेट नहीं करना चाहिए.  

तुर्की के राष्ट्रपति ने क्या कहा? 

तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने गाजा पर इजरायल के हमले का विरोध करते हुए कहा कि गाजा पट्टी के महिलाओं, बच्चों और निर्दोष लोगों वाले अस्पताल पर हमला करना बुनियादी मानवीय मूल्यों से रहित इजरायल के हमलों का सबसे ताजा उदाहरण है. मैं गाजा में इस अभूतपूर्व क्रूरता को रोकने के लिए कार्रवाई करने के लिए पूरी मानवता को आमंत्रित करता हूं.  

इस बीच तुर्की की संसद में सभी राजनीतिक दलों ने संयुक्त बयान में गाजा पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की. इसमें कहा गया कि यह मानवता के खिलाफ अपराध है. 

इजरायल ने नागरिकों से तुरंत तुर्की छोड़ने को कहा  

इस बीच इजरायल नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की ओर से नागरिकों को तुर्की की यात्रा को लेकर चेतावनी दी है. द येरुशलम पोस्ट के मुताबिक, इजरायल ने चेतावनी का स्तर बढ़ाते हुए अपने नागरिकों को तुरंत तुर्की छोड़ने के लिए कहा है.

बाइडेन का अरब नेताओं के साथ शिखर सम्मेलन कैंसिल

गाजा के अस्पताल में हुए हमले के बाद जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने घोषणा की कि अम्मान में जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी और फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ होने वाली बाइडेन की शिखर बैठक रद्द कर दी गई है.

व्हाइट हाउस ने भी जॉर्डन में बाइडेन के साथ होने वाले इस शिखर सम्मेलन को रद्द करने की पुष्टि की है. व्हाइट हाउस की ओर से बयान जारी कर बताया गया है कि जॉर्डन, मिस्र और फिलिस्तीन के नेताओं के साथ अम्मान में एक शिखर सम्मेलन आयोजित करना था, लेकिन अब जॉर्डन ने घोषणा कर दी है कि वह गाजा में अस्पताल पर हुई बमबारी के बाद बैठक को रद्द कर रहा है, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए हैं. 

गाजा के 3 हजार लोगों की मौत 

गाजा पट्टी के अस्पताल पर हुए हमले से पहले हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया था कि इजरायल के हमले में हमास के तीन हजार लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 12,500 से ज्यादा लोग घायल हैं. वहीं हमास के हमले में इजरायल के 1400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.