धमतरी। ज्ञान अमृत उच्च. माध्य. विद्यालय धमतरी में प्रजापिता ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सानिध्य में छात्र-छात्राओं के लिए मोटिवेशनल प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में आध्यात्म जगत की प्रख्यात विदुषी राजयोगिनी ब्रम्हाकुमारी उर्मिला दीदी (माउण्ट आबू राजस्थान) एवं ब्रम्हाकुमारी सरिता बहन तथा ब्रम्हाकुमारी सरस बहन उपस्थित थी। कार्यक्रम का प्रारंभ विद्यालय परिवार द्वारा अतिथियों को पुष्प भेट कर किया गया।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए ब्रम्हाकुमारी उर्मिला दीदी ने कहा आप सभी मां सरस्वती की संतान है इसलिए माता के समान ही सर्वगुण सम्पन्न बनने का प्रयास सदा करना चाहिए। इसके लिए आपको सत्य के मार्ग पर चलने का निरंतर प्रयास करना चाहिए। सत्य कभी पराजित या असफल नहीं होता। सत्य की सदा विजयी होती है। छात्रों को जीवन में दया, करूणा को आत्मसात करना चाहिए। दया और करूणा के भाव ने ही सिद्धार्थ को भगवान बुद्ध बना दिया, जो आज भी करोड़ो व्यक्ति के लिए पूज्यनीय है। जीवन में स्वच्छता एवं रोग मुक्त जीवन आवश्यक है। आपका तन और मन स्वच्छ अर्थात पवित्र होना चाहिए क्योकि व्यक्तियों के अंतरमन की सुदंरता ही स्थायी होती है। जीवन में सफलता के लिए त्याग का गुण आवश्यक है, यदि आपको अमरता प्राप्त करना हो तो क्रोध का त्याग करें। शांति, धीरज और प्रेम तीन ऐसे तत्व है जो सदैव आपको सफलता की ओर ले जाएगा। क्रोध त्यागे, नम्रता और सत्य को स्वीकारे जिससे आपका जीवन अवश्य सफल होगा। आपका अपना देश के प्रति भी कर्तव्य है जिसे आप निष्ठावान नागरिक बनकर पूरा कर सकते है। इसके लिए आपका चरित्रवान होना आवश्यक है। सरिता दीदी ने कहा मानव जीवन ईश्वर ने कुछ विशेष कार्य पूरा करने हेतु दिया है। अत: आप खुश्बू की तरह अच्छे गुणों का प्रसार करें, जब तक हम स्वयं अच्छा नहीं बनेगें तब तक अन्य लोगों से अच्छाई की कल्पना करना व्यर्थ है। विद्यालय के उपप्राचार्य जगदीश सोनी एवं अफजल रिजवी द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से पार्वती बहन, भावना बहन, रविन्द्र साहू, रीता वाधवानी, अनिता बहन, गरिमा सोनी एवं विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन विद्यालय के प्राचार्य विनोद कुमार पाण्डेय द्वारा किया गया।