घर पर तैनात गार्डों और परिजनों को बंधक बनाकर वारदात को दिया अंजाम
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में मंगलवार रात को बदमाशों ने फिल्मी अंदाज में डकैती की वारदात को अंजाम दिया। यहां पांच नकाबपोश बदमाशों ने प्रापर्टी व्यावसायी के घर धावा बोला। सबसे पहले बदमाशों ने बंदूक के बल पर सुरक्षा गार्डों को कब्जे में कर प्रॉपर्टी व्यवसायी के घर में घुसे गए। इसके बाद व्यवसायी के परिवार के सदस्यों को बंधक बनाकर डकैती की वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने लाखों रुपये की नकदी और सोने चांदी के जेवरातों को उड़ा ले गए। बदमाशों की करतूत सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है, जिसके आधार पर पुलिस की तलाश जारी है।
जानकारी अनुसार घटना इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र के स्कीम-78 स्थित कंचन विहार कॉलोनी की है। यहां शहर के प्रतिष्ठित बिल्डर कैलाशचंद गोयल अपने बेटे मुकेश और अंकेश के साथ बंगले हरिहर विला में रहते हैं। मंगलवार रात करीब साढ़े नौ बजे छह नकाबपोश डकैत कॉलोनी में दाखिल हुए। डकैत नीले रंग की मारुति ईको में आए थे, जिसमें परदे लगे हुए थे। वे बंगले से कुछ दूरी पर कार से उतर गए। इसके बाद डकैतों ने बंगले के बाहर तैनात गार्ड राजकुमार मिश्रा और हरिकिशन मिश्रा को कब्जे में लिया। डकैतों ने गार्डों के हाथ-पैर बांध दिए और घर के अंदर घुस गए। इसके बाद उन्होंने घर में मौजूद परिजनों को बंधक बना लिया। डकैतों ने दोनों बेटों के साथ मारपीट की और उन्हें भी बांध दिया।
इसके बाद उन्होंने घर में रखे लाखों रुपये की नकदी और सोने-चांदी के आभूषणों पर हाथ साफ कर फरार हो गए। शहर के प्रतिष्ठित बिल्डर के यहां हुई वारदात से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया और एक-एक करके एसपी, एएसपी, पांच सीएसपी और आठ थानों के टीआई पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। जांच- पड़ताल में पुलिस को कॉलोनी में लगे सीसीटीवी फुटेज मिले हैं जिनमें डकैत किसी गाड़ी से आते दिख रहे हैं। पुलिस बदमाशों की तलाश कर रही है। पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सर्चिंग शुरू कर दी है।
इस दौरान एक रस्सी और लूटे हुए कुछ मोबाइल फोन न्यू लोहामंडी से बरामद हुए हैं। हालांकि पुलिस को देर रात तक भी कोई सफलता हाथ नही लगी। फिलहाल पुलिस ने आसपास के कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। इधर, व्यवसायी के बंगले के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। घटना को इतने शातिर तरीके से अंजाम दिया गया है कि अब पुलिस के लिए बदमाशो को गिरफ्त में लेना एक बड़ी चुनौती है। घटना के बाद एक बार फिर पुलिस की रात्रि गश्त पर सवाल लग रहे हैं।