चपले बीज केंद्र प्रबंधक पर विभाग और प्रशासन मेहरबान
रायगढ़। चपले बीज केंद्र के प्रबंधक पर विभाग व प्रशासन मेहरबान नजर आ रहा है यही कारण है कि इस केंद्र से धरमजयगढ़ सप्लाई की गई बीज की जांच में फेल होने के बाद अब तक प्रबंधक पर कार्रवाई नहीं की गई है।
विदित हो कि चपले बीज केंद्र से धरमजयगढ़ गई धान की बीज खराब निकली। किसानों की लगातार शिकायत के बाद बनी जांच टीम द्वारा जब बीज की जांच की गई तो संबंधित बीज फेल मिला। चपले केंद्र द्वारा उसी बीज को चपले में भी सप्लाई किया गया है जिसमें उक्त शिकायत के पहले यह शिकायत किया गया है कि चपले बीज केंद्र में प्रबंधक व गोदाम प्रभारी द्वारा मनमानी करते हुए प्रमाणित को छोड़कर अप्रमाणित बीज किसानों को विक्रय किया गया है। इसके अलावा मजदूरी भुगतान के नाम पर एक ग्रुप को भुगतान किया गया है जबकि बीज केंद्र में किसी भी कार्य के लिए नगद भुगतान करने का प्रावधान नहीं है। और भी अन्य बिंदुआं पर शिकायत किया गया था लेकिन उक्त शिकायत पर विभाग व प्रशासन ने आज पर्यंत जांच नहीं कराया। सिर्फ बांटे गए बीज को लेकर आई शिकायत की जांच कराई गई उसमें भी धरमजयगढ़ को बांटे गए बीज को लेकर जांच हुई। जिसकी रिपोर्ट भी संबंधित विभाग को पेश कर दिया गया है जिसमें धान बीज फेल होने की बात सामने आई है। इसके बाद भी न तो जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई की गई न ही इसके पूर्व हुई शिकायत पर। कुलमिलाकर देखा जाए तो विभाग व प्रशासन उक्त केंद्र पर मेहरबान नजर आ रहे हैं।
नीलाम भी कर दिया गया
अप्रमाणित बीज किसानों को बांटने के बाद गोदाम में बचे प्रमाणित बीज को केंद्र गोदाम प्रभारी ने मिलकर नीलाम भी करने की तैयारी पूरी कर लिए हैं। इस बात की भनक लगने के बाद भी विभाग ने जांच करना तो दूर झांकना तक उचित नहीं समझा।
राजनीतिक संरक्षण की बात आ रही सामने
चपले के ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत पर कार्रवाई न होने की बात को लेकर यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि प्रबंधक व गोदाम प्रभारी में किसी न किसी को राजनीतिक संरक्षण है यही कारण है कि प्रशासन जांच कर कार्रवाई करने में कतरा रही है।
क्या कहते है अधिकारी
धरमजयगढ़ मामले में शिकायत मिली थी जिसमें जांच रिपोर्ट आ गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर होगी।
एमएल भगत
उप संचालक कृषि