दक्षिण अमेरिकी देश इक्वाडोर में सरकार ने राजधानी क्विटो और आसपास के इलाकों में कर्फ्यू लगाने और सैन्य नियंत्रण का आदेश दिया है। सरकार ने खर्चों में कटौती के विरोध में जारी हिंसक प्रदर्शनों के 11वें दिन यह आदेश दिया है। राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने ट्विटर पर आदेश की जानकारी देते हुए लिखा, ‘असहिष्णु हिंसक प्रदर्शनों से निपटने में कर्फ्यू के इस आदेश से मदद मिल सकेगी।’ मोरेनो ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘आर्म्ड फोर्सेज के जॉइंट कमांड से मैंने बात की है ताकि तत्काल कदम उठाए जा सकें।’ इस दौरान उनके साथ वाइस प्रेजिडेंट ओट्टो सोन्नेनहोल्जनर और रक्षा मंत्री ओसवाल्डो जारीन भी मौजूद थे।
27 लाख लोगों की आबादी वाले शहर क्विटो में कर्फ्यू के इस आदेश से पहले सरकार ने 3 अक्टूबर को आपातकाल का भी फैसला लिया था। तब उन्होंने 75 बजार सुरक्षाकर्मियों को राजधानी की सड़कों पर तैनात किया था और रात में कर्फ्यू लगाए जाने का आदेश दिया था। सरकार का कहना था कि रात में कर्फ्यू का इसलिए आदेश दिया गया है ताकि सरकारी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
बता दें कि इक्वाडोर में आंदोलनकारियों की ओर से ईंधन की बढ़ी कीमतों के विरोध में आंदोलन वापस लिए जाने के बाद भी शनिवार को हिंसा जारी रही। यही नहीं प्रदर्शनकारियों ने मोरेनो के बातचीत के प्रस्ताव को भी स्वीकार कर लिया है। अपने संबोधन में मोरेनो ने बातचीत का प्रस्ताव मानने वाले प्रदर्शनकारियों का शुक्रिया अदा किया। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि आखिर यह वार्ता कब और कहां होगी।
Source: International