FATF में ब्लैकलिस्ट का डर, पाक ने चली चाल

इस्लामाबाद
पैरिस में सोमवार से शुरू हो रही () की बैठक पर पूरी दुनिया की नजर है। दूसरी तरफ की टेंशन बढ़ती ही जा रही है। अगले 24 घंटे में पाकिस्तान आतंकियों का साथ देने के चलते ब्लैकलिस्ट भी हो सकता है। ऐसे में हताश पाकिस्तान ने पहले की ही तरह नापाक चाल चलनी शुरू कर दी है। वह वैश्विक संस्था को झूठ बोलकर गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। पाक के आतंकरोधी विभाग (CTD) ने शुक्रवार को कहा कि उसने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद और उसके चार सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है।

मनगढ़ंत दावे कर रहा पाकिस्तान
सीटीडी ने कहा कि उसने जमात के सरगना हाफिज सईद को आतंकी साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इससे पहले पहले, सीटीडी ने भारत में कई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन जेयूडी से जुड़े दो आतंकवादियों को गिरफ्तार करने का दावा किया था। विश्लेषकों का मानना है कि रविवार से शुरू होने वाली पैरिस में एफएटीएफ प्लेनरी की बैठक से कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान द्वारा सामने लाई गई ये बात मनगढ़ंत हैं, क्योंकि इसने पहले भी विश्व समुदाय को गुमराह करने के लिए वह इस तरह की चाल चल चुका है। छह दिवसीय बैठक के दौरान, एफएटीएफ इस बात की समीक्षा करेगा कि पाकिस्तान ने और मनी लॉन्डरिंग पर रोक लगाने के लिए पर्याप्त काम किया है या नहीं जैसा कि उसे करने के लिए कहा गया था।

पहले से ही ‘ग्रे लिस्ट’ में पाक
अनिवार्य मानकों को पूरा नहीं करने के लिए एफएटीएफ ने पाकिस्तान को पहले ही ‘ग्रे लिस्ट’ में रखा है और अगर इन अनिवार्य कदमों का अनुपालन नहीं किया गया तो देश को ब्लैकलिस्ट में डाल दिए जाने का खतरा है। अगर ‘ब्लैकलिस्ट’ में रखा जाता है, तो विश्व बैंक और आईएमएफ जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संगठनों द्वारा पाकिस्तान को सहायता और कर्ज से वंचित कर दिया जाएगा। जून में अपने अंतिम प्लेनरी में, एफएटीएफ ने आतंक के लिए फंडिंग पर लगाम लगाने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने पर पाकिस्तान को फटकार लगाई थी और अक्टूबर तक आवश्यक मानकों का अनुपालन नहीं करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी।

पाकिस्तान की नाकामी पर लगी थी फटकार
वैश्विक निकाय ने अपने तीन दिवसीय विचार-विमर्श के बाद 22 जून को जारी एक बयान में कहा, ‘एफएटीएफ ने चिंता जाहिर की कि न केवल पाकिस्तान जनवरी की समयसीमा में अपनी कार्ययोजना को पूरा करने में विफल रहा, बल्कि मई 2019 तक की कार्ययोजना को भी पूरा करने में नाकाम रहा है।’ इसके करीब एक महीने बाद, 17 जुलाई को पाकिस्तान के आतंकवाद-रोधी विभाग ने कहा कि उसने जेयूडी के शीर्ष सरगनाओं सईद और 13 अन्य को आतंकी फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया है। सईद को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी सूची में डाला गया है और अमेरिका ने उस पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। वह फिलहाल लाहौर के कोट लखपत जेल में है।

हाफिज सईद के साथ पाकिस्तान की हमदर्दी
सईद नवंबर 2008 में मुंबई आतंकवादी हमलों का मास्टरमाइंड भी है। दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों के सिलसिले में सईद के खिलाफ मुकदमा चलाने का दावा करता है, लेकिन उसने अगस्त में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के समक्ष उसके मामले को रखते हुए उसे बैंक खाते तक पहुंच की इजाजत देने का आग्रह किया। संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति को लिखे एक पत्र में, पाकिस्तान सरकार ने निवेदन किया कि सईद को ‘अपने और अपने परिवार के लिए आवश्यक खर्चों को पूरा करने के लिए’ मासिक 1.5 लाख पाकिस्तानी रुपये की राशि निकालने की अनुमति दी जाए।

Source: International

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *