रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति वैज्ञानिक और अभियंता डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। विस् अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा कि, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ‘मिसाइल मैन’ और जनता के राष्ट्रपति’ के नाम से भी जाना जाते है। वह भारत के 11वें निर्वाचित और पहले गैर-राजनीतिज्ञ राष्ट्रपति थे। भारत सरकार ने साल 1997 में कलाम साहब को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न‘ भी प्रदान किया गया जो उनके वैज्ञानिक अनुसंधानों और भारत में तकनीकी के विकास में अभूतपूर्व योगदान के लिए दिया गया था। डॉ. कलाम साल 1962 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में आए थे, जहां उन्होंने सफलतापूर्वक कई उपग्रह प्रक्षेपण परियोजनाओं में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने भारत के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान एसएलवी 3 के निर्माण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे जुलाई 1982 में रोहिणी उपग्रह सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया था। भारत सरकार ने उन्हें 1981 में ‘पद्म भूषण’ और 1990 में ‘पद्म विभूषण’ सम्मान भी प्रदान किया गया था। जुलाई 1992 में वे भारतीय रक्षा मंत्रालय में वैज्ञानिक सलाहकार नियुक्त हुए। उनकी देखरेख में भारत ने 1998 में पोखरण में अपना दूसरा सफल परमाणु परीक्षण किया और परमाणु शक्ति से संपन्न राष्ट्रों की सूची में शामिल हुआ, ऐसे महान व्यक्तित्व को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।