वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत की आलोचना की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत, चीन और रूस अपने उद्योगों से निकले धुएं के निपटारे के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं और समुद्र के जरिए इन देशों का कचरा लॉस एंजेलिस पहुंच रहा है।
जलवायु परिवर्तन को बेहद जटिल मुद्दा बताते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि कोई माने या ना माने वह कई मायनों में पर्यावरणप्रेमी हैं। मंगलवार को इकोनॉमिक क्लब में संवाददाताओं से बातचीत में ट्रंप ने कहा, “मैं पूरी धरती पर साफ हवा और पानी चाहता हूं।”
ट्रंप ने जून 2017 में पेरिस जलवायु समझौते से अलग होने की घोषणा कर पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया था। इस समझौते में हानिकारक ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को घटाने के लिए कई कदम उठाने पर जोर दिया गया था।
ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, “अमेरिका एकतरफा, भयावह और आर्थिक तौर पर नुकसानदायक पेरिस डील से बाहर हो गया, जिसमें कहा गया था कि ‘तीन सालों के भीतर अपना बिजनेस बंद करो’, ‘खनन न करो, हमें उर्जा की जरूरत नहीं है’। भयावह पैरिस समझौते से अमेरिकी नौकरियां खत्म हो रही थीं और विदेशी प्रदूषकों को संरक्षण मिला हुआ था।”