कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा की केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि कोरोना महामारी के लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने पैसा नहीं दिया, लेकिन भ्रष्ट नेताओं को चार्टर्ड प्लेन में दिल्ली ले जाने के लिए खूब पैसा खर्च कर रही है। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में जा रहे अपने नेताओं को उन्हाेंने लोभी और भोगी बताया।
बनर्जी ने हाल में भाजपा में गए राज्य के वन मंत्री राजिब बनर्जी का नाम लिए बगैर कहा कि उनके कार्यकाल में वन विभाग में हुई वन-सहायकों की नियुक्ति में धांधली हुई हैं। ऐसे ही भ्रष्ट नेता भाजपा में जा रहे हैं। इनकी दुकान चुनाव बाद बंद हो जाएगी। ममता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रवासी मजदूरों के लिए कोई पैसा खर्च नहीं किया, वे सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर घर पहुंचे। इस दौरान सैकड़ों की मौत हो गई, लेकिन राजिब जैसे नेताओं को चार्टर्ड प्लेन में दिल्ली ले जाया जा रहा है।
00 वाशिंग मशीन है भाजपा:
ममता ने दावा किया कि भाजपा पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट बेच रही है। वह दागी नेताओं को अपने दल में शामिल करके वाशिंग मशीन की तरह उनके दाग मिटा देती है। जो लोग पार्टी छोड़ना चाहते हैं, जरूर छोड़ें, दरवाजे खुले हैं। जो पार्टी में हैं, वे अनुशासित होकर लड़ेंगे तो पार्टी छोड़ने वालों को हराया जाएगा। भाजपा लालचियों और भोगियों को खरीद सकती है, लेकिन समर्पित कार्यकर्ताओं को नहीं।
00 बंगाल में रहने को भाजपा का प्रमाणपत्र नहीं चाहिए :
नागरिकता कानून पर ममता ने कहा कि बंगाल में रहने के लिए किसी को भाजपा से प्रमाण पत्र लेने की जरूरत नहीं। जो लोग देश में पैदा हुए, वे देश के नागरिक हैं। लोगों को उनकी धरती से अलग नहीं होने दिया जाएगा। प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी शरणार्थी कैंपों को मान्यता दी हुई है, परिवारों को जमीनों के कागजात दिए जा रहे हैं।