छत्तीसगढ़ में सिकलसेल रोग की त्वरित पुष्टि हेतु पायलेट परियोजना का शुभारंभ

रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य एव परिवार कल्याण विभाग द्वारा सिकलरवैल के सदेहात्सक प्रकरणों की पहचान करने कं लिए बडे पैमाने पर स्क्रीनिंग की गई है । स्क्रीनिंग में 103 लाख बालक-बालिकाओ को सिकलसेल के संदैहात्मक प्रकरणों के रूप में चिन्हित किया गया है । ऐसे संदेहात्मक बच्चों अथवा वयस्कों से सिकलसेल रोग की पुष्टि के लिए जांच अब तक मुख्यत: बडे शासकीय अस्पतालों में उपलब्ध रहती थी । इस समस्या को दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एक अभिनव पायलेट परियोजना आरंभ की जा को है । नई तकनीक का उपयोग कर सिकलसेल रोग की पुष्टि हेतु जांच ग्राम स्तर पर एबं छोडे स्वास्थ्य कंन्दो में भी सरलता है की जा सकेगी । परियोजना का शुभारभ स्वास्थ्य मंत्री टी यस सिहदेव द्वारा किया गया । परियोजना की शुरूआत प्रदेश के 5 जिलों दुर्ग, सरगुजा, दंतेवाड़ा, कोरबा व महासमुंद से की जा रही है।

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