वाशिंगटन। दुनिया में जारी कोरोना महामारी के बीच कोरोना वैक्सीनेशन का क्रम जारी है। बड़े देशों जैसे ब्रिटेन-अमेरिका में जहां कोरोना का सबसे अधिक प्रभाव है, बड़ी संख्या में लोगों की इसकी प्रतिरोधी खुराक दी जा रही है।
ब्रिटेन में अब तक 6 लाख से अधिक लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। ब्रिटेन की सरकार ने गुरुवार को कहा कि ब्रिटेन में 6 लाख से अधिक लोगों को फाइजर बायोएनटेक की कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। ब्रिटेन में इस महीने की शुरुआत में लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत हुई है। सरकार ने आंकड़े प्रकाशित किए हैं जो बताते हैं कि ब्रिटेन में 8 दिसंबर से 20 दिसंबर के बीच वैक्सीन प्राप्त करने वालों की संख्या 6 लाख 9 हजार 990 है।
00 अमेरिका में जनवरी के पहले हफ्ते तक 2 करोड़ लोगों को टीका लगने की उम्मीद
दुनिया में कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा जूझ रहे अमेरिका में अब तक दस लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दे दी गई है। अधिकारियों का दावा है कि जनवरी के पहले हफ्ते तक दो करोड़ लोगों को कोरोना के खिलाफ टीका लगा दिया जाएगा।अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के निदेशक रॉबर्ट रेडफील्ड ने कहा, अमेरिका में दस लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लग गई है। यह प्रारंभिक लेकिन अहम उपलब्धि है।
अमेरिका में फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीनों को स्वीकृति मिली है। देश में गत 14 दिसंबर से टीकाकरण अभियान चल रहा है। इधर, स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि टीकाकरण अभियान सही दिशा में चल रहा है। जनवरी के पहले सप्ताह तक दो करोड़ लोगों को टीका लगा दिए जाने की उम्मीद है। जबकि टीका वितरण अभियान के प्रमुख जनरल गुस्ताव पर्ना ने बताया कि देशभर के प्रांतों के लिए अभी तक वैक्सीन की एक करोड़ 55 लाख खुराक भेजी गई है। साल के आखिर तक और करीब 50 लाख खुराक भेज दी जाएगी।
00 नए कोरोना के खिलाफ प्रभावी रहेगी मॉडर्ना वैक्सीन
अमेरिकी फार्मा कंपनी मॉडर्ना ने यह उम्मीद जताई है कि ब्रिटेन में मिले नए प्रकार के कोरोना के खिलाफ उसकी वैक्सीन प्रभावी रहेगी। मॉडर्ना ने एक बयान में कहा, हमें उम्मीद है कि हमारी वैक्सीन कोरोना के नए वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षित होगी।
कंपनी ने यह भी बताया कि वह नए वैरिएंट के खिलाफ अपनी वैक्सीन के प्रभाव को आंकने के लिए परीक्षण भी करेगी।