हैदराबाद। भाजपा कर्नाटक के बाद अब दक्षिण के अन्य राज्यों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटी हैं। खास बात यह है कि ये इलाके मुस्लिम बहुल और गैर हिंदी हैं। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जिएचएमसी) चुनावी नतीजें यह दर्शा रहे हैं कि भाजपा यहां इतिहास बनाने की ओर बढ़ रही है।
रुझानों में अब तक उसे 85 सीटों पर बढ़त है। पिछले चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी रही सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्रवादी समिति (टीआरएस) महज 29 सीटों पर आगे है।
हैदराबाद में गढ़ होने का दावा करने वाली असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) महज 17 सीटों पर आगे है। ओवैसी को पिछले चुनाव में 44 सीटें मिली थीं। कांग्रेस 2 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। उसे पिछली बार भी 2 सीटें ही मिली थीं।
13 साल पहले हुआ GHMC का गठन
इस बार 1 दिसंबर को वोटिंग हुई थी। GHMC के 150 वार्डों पर 1,122 प्रत्याशी मैदान में हैं। चुनाव इस बार बेहद खास माने जा रहे हैं, क्योंकि भाजपा ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। 2007 में ही GHMC का गठन हुआ था।
00 इस बार शाह ने संभाल मोर्चा
गृह मंत्री अमित शाह 29 नवंबर को हैदराबाद आए थे। वे चार मीनार पर स्थित भाग्यलक्ष्मी मंदिर गए और सिकंदराबाद में रोड शो किया था। इसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर TRS सरकार पर तीखा हमला बोला। कहा- चंद्रशेखर राव (केसीआर) जी से पूछना चाहता हूं कि आप ओवैसी की पार्टी से समझौता करते हैं, इससे हमें कोई दिक्कत नहीं है।
ओवैसी की तरफ से अवैध रोहिंग्या मुस्लिमों के शहर में होने के सवाल पर शाह ने कहा- जब मैं एक्शन लेता हूं, तो वे संसद में बवाल करते हैं। उनसे कहिए कि मुझे लिखकर दें कि रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को निकाला जाना है।
इस बार भी 50% वोटिंग
इस बार जीएचएमसी चुनाव में 46.55% वोटिंग हुई। 2009 के 42.04% तो 2016 के चुनाव में 45.29% लोगों ने ही वोट डाला। हालांकि पिछले 2 चुनाव से ज्यादा इस बार मतदान हुआ।
GHMC में 24 विधानसभा और 5 लोकसभा सीटें
GHMC देश के सबसे बड़े नगर निगमों में से एक है। यह नगर निगम 4 जिलों में है, जिनमें हैदराबाद, मेडचल-मलकाजगिरी, रंगारेड्डी और संगारेड्डी शामिल हैं। पूरे इलाके में 24 विधानसभा क्षेत्र हैं तो तेलंगाना की 5 लोकससभा सीटें आती हैं।