5 और राज्यों के किसानों के जुड़ने से उग्र हो सकता है आंदोलन

कई जगहों पर जारी है किसानों का प्रदर्शन
नई दिल्ली।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदलोन कर रहे किसानों को दिल्ली बॉर्डर पर बैठे आज छठा दिन है। किसानों को केंद्र सरकार की तरफ से बातचीत का न्योता मिला है, लेकिन फिलहाल किसान हटने को तैयार नहीं हैं। इस बीच खबर है कि और किसान दिल्ली से सटी सीमाओं पर पहुंचने वाले हैं। ऐसी जानकारी है कि पंजाब के अलावा 5 और राज्यों के किसान दिल्ली बॉर्डर पहुंचेंगे।
जानकारी मिली है कि पंजाब और हरियाणा के अलावा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और केरल से भी किसान इस आंदोलन में जुड़ेंगे। इनमें से कुछ किसान दिल्ली बॉर्डर पर आ सकते हैं वहीं कुछ अपने राज्यों में ही प्रदर्शन कर सकते हैं।
आंदोलन चोटी पर, हरियाणा में मिल रहा सभी वर्गों का समर्थन : गुरनाम सिंह
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढुनी ने सरकार को किसान आंदोलन के शक्ल में आगे और विस्तार होने और दिल्ली की सभी बॉर्डर को सील करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई अंजाम तक जाएगी। गुरनाम सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन चोटी पर है और हरियाणा में सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। इससे पहले उन्होंने कुंडली बॉर्डर पर बड़ी तादाद में पहुंचे किसानों को संबोधित किया। दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर 26 नवंबर से ही किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘सरकार जब तक हमारी बात नहीं मानेगी तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा और यह सरकार के गले की फांस बनेगा।’
अलग-अलग राज्यों में भी प्रदर्शन
बता दें कि मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र आदि में भी किसानों का प्रदर्शन जारी है। मध्य प्रदेश किसान संघ के महासचिव अखिलेश सिंह ने कहा था कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल होने के लिए वे लोग दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन यूपी पुलिस उन्हें रोक रही थी। महाराष्ट्र में भी सोमवार को कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए। ठाणे, अहमदनगर, नासिक, सांगली और वर्धा में किसान नेताओं ने कहा कि वे कुछ दिनों में फैसला करेंगे कि दिल्ली में प्रदर्शन में शामिल होना है या नहीं। आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा शहर में किसानों ने अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के साथ मिलकर किसानों के साथ एकजुटता का प्रदर्शन किया।

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