उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व मे हुई थी अवैध कटाई
गरियाबंद। अभ्यारण्य में अवैध कटाई व कब्जे को रोकने में नाकाम रही धनोरा,पिपलखूटा व छैला वन सुरक्षा समिति को भंग किया गया।मामले में पहले 1रेंजर,2डीप्टी रेंजर व एक फारेस्ट गार्ड को निलंबित किया जा चुका था। उदन्ति सीतानदी अभ्यारण्य व उससे लगे जंगलों में अवैध कटाई व कब्जे के मामले में सामान्य वन मण्डल के डीएफओ मयंक अग्रवाल ने छैला वन सुरक्छा समिति तो टाइगर रिजर्व के निदेशक विष्णू नायर ने पिपलखूटा व धनोरा वन सुरक्षा समिति को भंग करने का आज आदेश जारी किया है।लगातार हो रहे कटाई व अवैध कब्जे को भास्कर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।मामले 4 अक्टूबर से लगातार उच्चस्तरीय जांच दल जंगलों में पहूच कार्यवाही किया था।जांच में क्रमांक 1204,1205,1208 एवं 1210 में अवैध कब्जे के मामले सामने आए थे।10 दिन चले कार्यवाही के दरम्यान 26 लोगो को बेदखल कर जेल भेजने की कार्यवाही भी विभाग ने किया था। उच्चस्तरीय जांच दल ने अपने प्रतिवेदन में बताया था कि वन सुरक्षा समिती पिछले 10 वर्षों से निष्क्रिय थे,अवैध कब्जे व कटाई को रोकने की जिम्मेदारी भली भांति से निर्वहन नही किया गया था।डीएफओ मयंक अग्रवाल ने बताया कि जांच कमेटी की अनुषंसा पर उक्त कार्यवाही किया गया है।