पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण की 78 सीटों पर चुनाव प्रचार का शोर आज शाम छह बजे थम जाएगा। यहां पर सात नवम्बर को मतदान होना है।
7 नवम्बर को तीसरे चरण का चुनाव जिन 15 जिलों में होना है, उनमें पश्चिम चंपारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, सहरसा, दरभंगा, वैशाली, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर शामिल हैं।
इन 78 विधानसभा सीटों पर होगा मतदान-
वाल्मीकिनगर, रामनगर(सुरक्षित), नरकटियागंज, बगहा, लौरिया, सिकटा, रक्सौल, सुगौली, नरकटिया, मोतिहारी, चिरैया, ढाका, रीगा, बथनाहा(सुरक्षित), परिहार, सुरसंड, बाजपट्टी, हरलाखी, बेनीपट्टी, खजौली, बाबूबरही, बिस्फी, लौकहा, निर्मली, पीपरा, सुपौल, त्रिवेणीगंज, छातापुर, नरपतगंज, रानीगंज(सुरक्षित), फारबिसगंज, अररिया, जोकिहाट, सिकटी, बहादुरगंज, ठाकुरगंज, किशनगंज, कोचाधामन, अमौर, बायसी, कस्बा, बनमनखी(सुरक्षित), रूपौली, धमदाहा, पूर्णिया, कटिहार, कदवा, बलरामपुर, प्राणपुर, मनिहारी (एसटी), बरारी, कोढ़ा, आलमनगर, बिहारीगंज, सिंघेश्वर(सुरक्षित), मधेपुरा, सोनबरसा(सुरक्षित), सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर, महिषी, दरभंगा, हायाघाट, बहादुरपुर, केवटी, जाले, गायघाट, औराई, बोचहां(सुरक्षित), सकरा(सुरक्षित), कुढ़नी, मुजफ्फरपुर, महुआ, पातेपुर(सुरक्षित), कल्याणपुर(सुरक्षित), वारिसनगर, समस्तीपुर, मोरवा व सरायरंजन विधानसभा सीटें शामिल हैं।
00 मुजफ्फरपुर जिले की गायघाट विधानसभा सीट में सर्वाधिक 31 उम्मीदवार लड़ रहे चुनाव, कुल 1204 उम्मीदवार हैं मैदान में-
निर्वाचन विभाग के अनुसार राज्य के तीसरे व अंतिम चरण में कुल 1204 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें गायघाट में सर्वाधिक 31 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि बहादुरगंज, जोकिहाट, त्रिवेणीगंज व ढाका में 09-09 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इस चरण के 78 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव को लेकर 1411 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। इनमें 162 उम्मीदवारों का नामांकन पत्र जांच में अस्वीकृत किया गया था और कई ने अपना नामांकन वापस ले लिया।
उल्लेखनीय है कि तीसरे चरण के मतदान के पूर्व सभी प्रमुख राजनीतिक दलों व उम्मीदवारों ने चुनाव प्रचार को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंक थी। तीसरे चरण के चुनाव प्रचार को लेकर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान सहित अन्य प्रमुख नेता लगातार चुनावी सभाओं में मतदाताओं को गोलबंद करने में जुटे रहे।