रायपुर। प्रदेश में लगातार पिछले चार माह में 12 हाथियों मौत हो चुकी हैं । सोमवार को गरियाबंद में एक हाथी की करंट लगने से मौत हो गई। यह नर हाथी 11 केवी के बिजली तार की चपेट में आ गया। हादसा विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते हुआ है। घटना धवलपुर रेंज के पारागांव की है। मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले एक सप्ताह से मैनपुर और धवलपुर इलाके में 20 हाथियों का समूह घूम रहा था। बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह हाथियों का समूह ओडिशा की ओर बढ़ रहा था। इसी दौरान पारागांव में एक नर हाथी लटक रहे 11केवी के बिजली के तार की चपेट में आ गया। बिजली के यह तार महज 7 से 8 फीट की ऊंचाई पर लटक रहे हैं। ग्रामीण का कहना है कि कई बार शिकायत की, लेकिन तार नहीं हटाए गए खेत के ऊपर लटक रहे तार से हाथी की मौत हो गई इस मामले में डीएफओ मयंक अग्रवाल ने बताया कि एक दंतैल हाथी की करंट लगने से मरा है। उन्होंने भी इसमें बिजली विभाग की लापरवाही की बात कही है। साथ ही कहा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
इनमें से तीन सितंबर माह में ही मारे गए हैं। 26 सितंबर को महासमुंद में करंट लगने से हाथी की मौत हुई। उससे पहले 22 तारीख को धरमजयगढ़ के मेंढरमार में करंट से हाथी की मौत हुई थी। प्रदेश में जून माह में ही 6 हाथियों ने दम तोड़ा 28 सितंबर महासमुंद के पिथौरा में शिकारियों ने करंट लगाकर हाथी को मारा 23 सितंबर रायगढ़ में धरमजयगढ़ के मेंढरमार में करंट लगने से हाथी की मौत 16 अगस्त सूरजपुर में जहरीला पदार्थ खाने से नर हाथी की मौत 24 जुलाई जशपुर में करंट लगाकर नर हाथी को मारा गया 9 जुलाई कोरबा में 8 साल के नर हाथी की इलाज के दौरान मौत 18 जून रायगढ़ के धरमजयगढ़ में करंट से हाथी की मौत 16 जून रायगढ़ के धरमजयगढ़ में करंट से हाथी की मौत 15 जून धमतरी में माडमसिल्ली के जंगल में कीचड़ में फंसने से हाथी के बच्चे ने दम तोड़ा। 11 जून बलरामपुर के अतौरी में मादा हाथी की मौत हुई थी 9 व 10 जून सूरजपुर के प्रतापपुर में एक गर्भवती हथिनी सहित 2 मादा हाथियों की मौत हुई।