नई दिल्ली। सुशांत सिंह मामले के बाद दूसरे दिन पालघर मामले में जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार की खिंचाई की है। सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार से पूछा कि आप क्या कर रहे हैं। कोर्ट ने पूछा कि मामले को कई महीने हो गए हैं और अब तक आपने पुलिसकर्मियों के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई की है।
सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस के खिलाफ जांच रिपोर्ट तलब की है साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को चार्जशीट को रिकॉर्ड पर लाने का आदेश दिया है। इस मामले में केंद्र सरकार के वकील ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को यह देखना चाहिए कि इस मामले में जांच कैसे की गयी है। सीबीआई जांच तभी की जानी चाहिए जब कोर्ट राज्य सरकार की जांच से संतुष्ट न हो। महाराष्ट्र सरकार मामले से जुड़े सभी चार्जशीट दाखिल करेगी। कोर्ट मामले की सुनवाई अब 3 हफ्ते के बाद करेगी।
गौरतलब है कि 16 अप्रैल को मुंबई के पालघर में भीड़ द़वारा तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी थी। इनकी पहचान कांदीवली के सुशील गिरी महाराज, जयेश और नरेश यलगडे के रूप में हुई थी। ये लोग किराये की गाड़ी से सूरत में किसी की अंत्येष्टि में शामिल होने जा रहे थे। लॉकडाउन के बावजूद ये तीनों मुंबई के करीब लगभग 120 किमी तक जाने में कामयाब रहे। इस पूरे इलाके में कुछ दिनों से बच्चा चोर गिरोह की अफवाह फैली हुई थी। ग्रामीणों ने इन्हें इसी गिरोह से संबंधित समझा और बिना सोचे समझे हमला करना शुरु कर दिया, बाद में मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने इन्हें बचाया लेकिन अस्पताल में इनकी मौत हो गयी।
पालघर जिले के एक गांव में 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ इन पर टूट पड़ी। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी पर भी हमला किया था। पुलिस के मुताबिक इस पूरे इलाके में बच्चा चोर गिरोह की अफवाह फैली हुई थी। लोगों ने इन्हें इसी गिरोह से संबंधित समझा और बिना सोचे समझे हमला करना शुरु कर दिया। पुलिस अधिकारी का कहना था कि हमें घटना की जानकारी मिली हम वहां पहुंचे लेकिन हमलावर ग्रामीणों की संख्या इतनी अधिक थी कि हम पीड़ितों को बचा नहीं सके। हमलावरों ने पुलिस वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया।