रायपुर। गुंडे और निगरानी बदमाशों का नया डेटाबेस तैयार हो रहा है। अपराधियों के नाम, पते और मोबाइल नंबर के साथ पैनकार्ड नंबर, बैंक खाते का डिटेल और घर के सभी सदस्यों का मोबाइल नंबर होगा। आज से सभी थानों में बदमाशों की क्लास लगायी जा रही है। बदमाशों को थाने में आकर एक प्रोफ ार्मा में जानकारी भरकर जमा करनी होगी। यह डेटाबेस कागज और डायरी के साथ-साथ डिजिटल प्लेटफार्म में भी सुरक्षित रखा जाएगा।
गौरतलब है कि पुलिस के अधिकारी जरूरत पडऩे पर कभी भी एक क्लिक में उनका पूरा ब्यौरा देख सकेंगे। सूत्रों के मुताबिक इस रिकॉर्ड को प्रदेश के बाकी थानों के साथ जोडऩे पर भी विचार किया जा रहा है। एसएसपी अजय यादव ने सभी थानेदारों को नया डेटाबेस तैयार कराने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने इसके लिए 5 बिंदुओं का प्रोफार्मा बनाया हैं।
पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक बदमाश अक्सर अपना मकान बदलते रहते हैं। मोबाइल नंबर भी बदलना कोई आम बात नहीं है। नए डेटाबेस से बदमाश पुलिस को चकमा नहीं दे पाएंगे, क्योंकि थाने में दी गई नई जानकारी को क्रॉस चेक किया जाएगा। उस पर हमेशा नजर रखी जाएगी। पैन, आधार और बैंक की जानकारी होने से आर्थिक गतिविधियों को सर्विलांस में रखा जाएगा। हर महीने इसकी जांच की जाएगी। इससे उनके अन्य गतिविधियां का भी पता चल जाएगा। उनके प्रॉपर्टी की भी जानकारी भी खंगाली जाएगी।