राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद केस को लेकर जारी सुनवाई के बीच बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने रविवार को अयोध्या स्थित अपने आवास पर मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक में हाजी महबूब ने स्पष्ट रूप से ऐलान करते हुए कहा कि अयोध्या विवाद के केस में सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला सुनाएगा, उसे मुस्लिम समाज के लोग मानेंगे। इसके अलावा वीएचपी द्वारा दीपावली पर रामलला के गर्भगृह में दीपदान की मांग किए जाने पर हाजी महबूब ने कहा कि अगर इसकी अनुमति मिलती है तो हम भी रिसीवर से नमाज की अनुमति मांगेंगे।
अपने आवास पर हुई इस बैठक में हाजी महबूब ने कहा कि मुस्लिम धर्म के लोग इस बात को लेकर आशंकित हैं कि कहीं सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद 1992 जैसे हालात दोबारा ना बनें। ऐसे में अयोध्या के मुसलमानों को इसका विश्वास रखना होगा कि जिले में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर प्रशासन पूरी तरह से सख्त है। उन्होंने कहा कि अयोध्या के केस में उच्चतम न्यायालय जो भी फैसला देगा उसे मुस्लिम समाज और सभी पक्ष स्वीकार करेंगे।
‘हम भी नमाज की अनुमति मांगेगे’
विश्व हिंदू परिषद द्वारा दीपावली के पर्व पर रामलला के गर्भगृह और अधिग्रहीत परिसर में दीप जलाने की मांग करने पर हाजी महबूब ने कहा दीप जलाने के लिए विवादित क्षेत्र में अनुमति मिलना संभव नहीं है। उन्होंने कहा अगर फिर भी किसी तरह से अनुमति मिलती है तो हम भी रिसीवर से नमाज पढ़ने की इजाजत मांगेंगे। बता दें कि हाजी महबूब ने यह बैठक उस वक्त की है, जबकि सुप्रीम कोर्ट में को लेकर सुनवाई कराई जा रही है।
Source: Uttarpradesh