भिलाई। विधानसभा चुनाव के बाद शहर के बदले माहौल में पांच बार भिलाई का प्रतिनिधत्वि करने वाले पूर्व केबिनेट मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय की खामोशी चर्चा का विषय बनी हुई थी। अठारह महीने की चुप्पी के बाद उन्होंने शहर विधायक और महापौर देवेंद्र यादव का नाम लिए बिना जमकर हमला बोला। शहर के विकास और बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए विधायक को कठघरे में खड़ा करते हुए वे जमकर बरसे। पांडेय ने पीएम मोदी सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश में दो युुवाओं की चर्चा है। एक युवा भारत के प्रधानमंत्री मोदी हैं, जिनके नेतृत्व में देश की अखंडता, संप्रभुता और भविष्य सुरक्षित है। दूसरे युवा भिलाई के विधायक हैं, जिनकी विधायकी में भिलाई की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। महज डेढ़ साल में ही भिलाई का माहौल अराजक और विकास रुक गया है।
उन्होंने कहा कि चुनाव के समय शहर में युवाओं को रोजगार देने जो रैली निकाले थे, आज कहां गए उनके वादे। यहां के युवाओं को अब सट्टा, जुआ में रोजगार मिल गया है। उन्हें गली-गली मेंं खोल दी गई कबाड़ी की दुकानों में रोजगार मिल रहा है और थाने बांट दिए गए हैं। पांडेय ने शहर की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि सुशासन व शांति व्यवस्था का अब फालूता बन गया है। तीन-तीन एसपी और कलेक्टर बदल दिए गए। अपराध बढऩे से लोग भयाक्रांत हैं। भिलाई के इतिहास में पहली बार बच्ची को जलाकर मार डाले । हवलदार को सरेआम मारे, पुलिस को पीट रहे हैं। क्या यही परिवर्तन है, जिसके वादे पर सत्ता हथियाई। पांडे नेे तंज कसते कहा कि पहले एक ही भाईजान थे, मगर अब तो दो-दो भाई हैं। पहले भाई के साथ जान तो थी पर अब दो-दो भाई..?
हुडको की रजिस्ट्री के नाम पर लालीपाप थमाया
पूर्व स्पीकर व भाजपा नेता श्री पांडे ने विकास पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमारे यहां की मिट्टी को समतल करने के नाम पर ले गए थे। डेढ़ साल बाद सेक्टर नौ में लेबल किए। सेक्टर दो के मेरे फुटबाल स्टेडियम का उद्घाटन कर रहे हैं। हमारे बनाए ओवरब्रिज का उद्घाटन किया जा रहा है। क्या यही है डेढ़ साल का विकास । शहर के सद्भाव को बिगाड़ा जा रहा है । ऐसी नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं कि खुर्सीपार में जनता दशहरा नहीं मना पाई, इसके लिए उसे कोर्ट जाना पड़ा । वरिष्ठ भाजपा नेता ने विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि हुडको की रजिस्ट्री के नाम पर गुमराह कर लालीपाप थमाया जा रहा है। हमने जब 11 सौ लोगों की रजस्ट्रिी करवाई तो विरोध करने वाले, जो-जो अपने तरीके से रजस्ट्रिी चाह रहे थे, वह आज कहां हैं। इतना ही नहीं कैनाल रोड को 35 फीट से 70 फीट कर देने का वादा करने वाले अब कहां गए। भिलाई में मेहनत कर पानी हम लाए लेकिन टैंकर अभी भी चल रहे हैं । शहर के विकास और परिवर्तन के बहुत सारे वादे किए थे, जनता पूछ रही है क्या यही परिवर्तन है। कहां गए वह सब वादे । श्री पांडेय ने कोरोना और चीनी हमले के मामले में पीएम मोदी के साहस की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोविड एक बड़ी महामारी है और यह 135 करोड़ लोगों का देश है। लाकडाउन लगाने पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। यदि लाकडाउन नहीं होता तो सबको पता है क्या होता।